बीकानेर। नैतिकता का शक्तिपीठ, आशीर्वाद भवन में आचार्यश्री तुलसी की 22वीं पुण्यतिथि पर आयोजित कार्यक्रमों की सफलता के लिए आचार्य तुलसी शान्ति प्रतिष्ठान, गंगाशहर द्वारा एक अनूठा सम्मान कार्यक्रम रखा गया। अध्यक्ष जैन लूणकरण छाजेड़ ने बताया कि आचार्यश्री तुलसी की 22वीं पुण्यतिथि पर आयोजित हुए विभिन्न कार्यक्रमों को सफलता से संचालित करने के लिए दिऐ गये सहयोग के लिए यह कार्यक्रम रखा गया है। कार्यक्रम में एक अनूठी मिशाल रखी गई जिसमें मंचस्थ होने वाले वह मुख्य अतिथि थे जिन्होंने अपनी कर्मनिष्ठा, आपसी सहयोग का अनूठा उदाहरण देकर विशाल कार्यक्रम को सहज रूप से आयोजित किया।

इसके लिए किशोर मण्डल, कन्या मण्डल के न केवल पदाधिकारी बल्कि कार्यकर्ताओं को भी मंचस्थ अतिथि बनाया गया तथा मंचस्थ होने वाले उनके सामने बैठ कर उनका हौंसलाफजाही की। कार्यक्रम में ‘तुलसी मेरी दृष्टि में’ पर प्रश्न पूछे गए जिसका उपस्थित जनों ने त्वरित एवं रोचकता से जवाब दिया। कार्यक्रम की संयोजिका प्रज्ञा नौलखा ने बताया कि पुण्यतिथि के विशाल कार्यक्रम ज्ञानशाला के छोटे बच्चों ने मिलकर एक प्रस्तुति दी थी। उनकी प्रस्तुति में आपसी भाईचारे व सहयोग की सराहना भी ने की।

प्रज्ञा नौलखा ने कहा कि हमेशा कोई भी काम आपसी सहयोग के बिना नहीं हो सकता और अगर सभी का साथ व सहयोग मिले तो कोई भी कार्य ऐसा नहीं जो हो नहीं सकता। उन्होंने इस विशाल कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु दिये गये सहयोग के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया तथा साथ ही आचार्य तुलसी शान्ति प्रतिष्ठान के पदाधिकारियों का भी आभार जताया कि हर वक्त मनोबल व उत्साह बढ़ाया। आचार्य तुलसी शान्ति प्रतिष्ठान के अध्यक्ष जैन लूणकरण छाजेड़ ने कहा कि आपसी सहयोग के साथ किया गया हर काम सहजतापूर्ण तरीके से सम्पन्न होता है। किसी भी कार्य की सफलता कार्यकर्ताओं के बिना नहीं हो सकता।

इसीलिए यह कार्यकर्ता सम्मान समारोह आयोजित किया गया है। छाजेड़ ने कहा कि यह केवल सम्मान समारोह नहीं बल्कि कार्यकर्ताओं का उत्साहवर्द्धन भी है। महामंत्री जतनलाल दूगड़ ने बताया कि कार्यक्रम के दौरान पुण्यतिथि पर ज्ञानशाला के बच्चों द्वारा दी गई शानदार प्रस्तुति के लिए सभी बच्चों का साहित्य व स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मान किया गया। साथ ही प्रतिष्ठान के सभी सदस्यों तथा कार्यक्रम में किसी भी तरह से सहयोग देने वाले सभी महानुभावों का भी सम्मान किया गया।