Saniya Hingis WTA Final
Saniya Hingis WTA Final
सानिया-हिंगिस की जोड़ी ने WTA ख़िताब किया अपने नाम

सिंगापुर। भारत की सानिया मिर्जा और स्विट्जरलैंड की उनकी जोड़ीदार मार्टिना हिंगिस ने रविवार को यहां महिला टेनिस संघ (डब्ल्यूटीए) फाइनल का खिताब जीत लिया। साथ ही वह 2015 का समापन दुनिया की नंबर एक जोड़ी के रूप में भी करेंगी। सानिया और मार्टिना ने रविवार को हुए फाइनल मुकाबले में गैरबाइन मुगुरुजा और कार्ला सुआरेज नवारो को 6-0, 6-3 से मात देकर जीत हासिल की। टूर्नामेंट में शनिवार को हुए सेमीफाइनल मुकाबले में सानिया-मार्टिना की जोड़ी ने चीनी ताइपे की चान हाओ चिंग और चान युंग जान को 6-4, 6-2 से हराकर फाइनल में प्रवेश किया था।

साल 2015 में सानिया-हिंगिस की जोड़ी एक साथ आठ खिताब जीत चुकी है जिसमें विंबलडन और यूएस ओपन के ग्रैंड स्लेम खिताब शामिल हैं। उन्होंने इंडियन वेल्स, मियामी, चार्ल्सटन, ग्वांगझू, वुहान और बीजिंग में भी खिताब जीते हैं जबकि रोम में वे उप-विजेता रहे थे। सानिया इस साल व्यक्तिगत रूप से नौ खिताब जीत चुकी हैं जबकि हिंगिस अपने 50वें डब्ल्यूटीए युगल खिताब से एक कदम दूर हैं। उनसे पहले यह उपलब्धि सिर्फ 15 खिलाड़ी ही हासिल कर पायी हैं। सानिया-हिंगिस ने साथ ही साल के अंत में अपनी नंबर एक रैंकिंग को कायम रखना सुनिश्चित भी कर लिया है।

सानिया-हिंगिस ने सेमीफाइनल मुकाबले में ताइपे की जोड़ी को हराकर अपनी लगातार 21वीं जीत दर्ज की। उनकी आखिरी हार सिनसिनाटी में इन ताइपे बहनों के खिलाफ ही रही थी लेकिन उसके बाद से वे तीन बार इस जोड़ी को पराजित कर चुकी हैं। विपक्षी जोड़ी ने पहले सेट में 3-1 की बढ़त बनाकर उलटफेर करने की आशंका पैदा की लेकिन विश्व की नंबर एक जोड़ी ने इसके बाद अगले 14 गेमों में से 11 जीत कर मैच 6-4, 6-2 से समाप्त कर लिया। सानिया ने मैच के बाद कहा कि हम यहां एक रणनीति से उनके खिलाफ उतरे थे। हम रविवार को जिन खिलाड़ियों के खिलाफ खेले थे, वे ज्यादा पॉवर का गेम खेलते हैं। इसलिए यहां एक अलग रणनीति की जरूरत थी। पिछड़ने के बावजूद हमें अपनी क्षमताओं पर विश्वास था और हमें मालूम था कि हम उनकी सर्विस ब्रेक कर सकेंगी। हिंगिस ने कहा कि कोर्ट पर एक तरफ सानिया का होना निश्चित रुप से मेरे लिए भाग्यशाली है। हमने जैसे ही अपनी लय पकड़ी, हमारा काम आसान होता चला गया। हमने संघर्ष जारी रखा, जिसकी बदौलत हमने पहले सेट में वापसी की और फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा। अब हमें फाइनल का इंतजार है।

इस बीच डब्ल्यूटीए ने शनिवार को इसकी घोषणा करते हुए कहा कि दुबई डयूटी फ्री की ओर से जारी रैंकिंग में सानिया और हिंगिस की जोड़ी ने साल के अंत में विश्व का नंबर वन स्थान पक्का कर लिया है।  दुबई ड्यूटी फ्री के अधिकारी सलाह तेहलाक ने कहा कि सेरेना, सानिया और हिंगिस को बहुत-बहुत बधाई जिन्होंने वर्ष 2015 के अंत की नंबर वन रैंकिंग सुनिश्चित कर ली है। हमें तीनों महिला खिलाड़ियों को नंबर वन की ट्रॉफी देते हुए बहुत खुशी हो रही है। यह पुरस्कार सालभर के दौरान टेनिस में शानदार प्रदर्शन को दिखाता है। हम अगले साल फरवरी में इन तीनों खिलाड़ियों का दुबई ड्यूटी फ्री चैंपियनशिप में खेलने के लिए स्वागत करते हैं। सानिया-हिंगिस का जोड़ी बनाने का सफर मार्च में इंडियन वेल्स के साथ शुरू हुआ था जहां उन्होंने अपना पहला खिताब जीता था।

28 वर्षीय सानिया ने इस दौरान विश्व की नंबर एक खिलाड़ी बनने का इतिहास बनाया। यह उपलब्धि हासिल करने वाली वह पहली भारतीय बनीं। इस दौरान उन्हें देश के सर्वोच्च राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार से भी नवाज़ा गया।