बीकानेर। सींथल स्थित गुरुकुल बी.एल मोहता लर्निंग इंस्टीट्यूट के तहत दो दिवसीय सेमिनार और महिला महाविद्यालय का शुभारंभ हुआ। इस अवसर पर मुख्य अतिथि महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.भगीरथ सिंह थे तथा अध्यक्षता प्रबंधक बाबूलाल मोहता ने की। प्रबंधक बाबूलाल मोहता ने कहा कि वैदिक शिक्षा और आधुनिक शिक्षा के सामंजस्य से व्यक्तित्व का निर्माण होता है। केवल शिक्षित होना ही नहीं बल्कि संस्कारवान होना भी बेहद आवश्यक है।

सेमिनार संयोजक और प्राचार्य डॉ.विजय आचार्य ने बताया कि स्वामी विवेकानन्द बीएड कॉलेज में चल रही दो दिवसीय ‘वैदिक शिक्षा’ और ‘आधुनिक शिक्षा’ के सामंजस्य से ‘व्यक्तित्व निर्माण’ सेमिनार के प्रथम दिन दो सत्र हुए जिनमें महाराजा गंगा सिंह यूनिवर्सिटी की सहायक प्रोफेसर डॉ.सीमा शर्मा और डॉ.मेघना शर्मा ने अध्यक्षता की।

इस अवसर पर मुख्य वक्ता इन्जीनिर कॉलेज के प्रोफेसर चक्रवर्तीनारायण श्रीमाली थे। डॉ राजेंद्र श्रीमाली, डॉ.बसंती हर्ष, डॉ.सुखपाल कौर, डॉ.भानु भारद्वाज, व्याख्याता रेखा वर्मा, मृदुला, छात्रा अंकिता, प्रीति ओझा आदि ने पत्र वाचन किया। संचालन सरोज राठौड़ और मुदिता पोपली ने किया। महिला कॉलेज प्राचार्य डॉ.राम सुख व्यास ने आभार प्रकट किया। सेमिनार के दूसरे दिन पूर्व यूआईटी चैयरमेन मकसूद अहमद, साजिद सुलेमानी तथा डॉ.आर.एस.व्यास और डॉ.विजय आचार्य ने की। दोनों सत्रों का प्रतिवेदन विश्व भारती टी.टी कॉलेज सरदारशहर के प्राचार्य डॉ.मयंक शर्मा ने प्रस्तुत किया। वर्ष भर की गतिविधियों और कॉलेज टॉपर रहीं छात्राओं को पारितोषिक वितरण श्रीमती पूजा मोहता ने किया।