हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर के पहाड़ों पर नॉन स्टॉप बर्फबारी हो रही है। पहाड़ों में पारा शून्य तक पहुंच गया है। ताजा बर्फबारी से लोगों के लिए मुश्किल बढ़ गई है। उत्तराखंड के चारों धाम जबरदस्त बर्फबारी से प्रभावित हैं।

केदारधाम में तो माइनस 13 डिग्री वाली ठंड पड़ रही है। इस कारण यहां पुनर्निमाण का काम नहीं हो पा रहा है। गंगोत्री नेशनल हाईवे बंद हो गया। मौसम विभाग के अनुसार लगातार बर्फबारी होने से राजस्थान, दिल्ली सहित अन्य कई क्षेत्रों में कड़ाके की ठंड पडऩे की संभावना है।

हिमाचल के चंबा जिले की मशहूर पर्यटक नगरी डलहौजी में रिकॉर्ड बर्फबारी हुई। इससे जगह-जगह पर्यटक फंस गए। पर्यटकों को गाड़ी छोड़कर पैदल चलना पड़ रहा है। कई इलाकों में तो दो से तीन फीट तक बर्फ जमी है। नल से आने वाला पानी जम रहा है।

मनाली में बर्फबारी के बाद पूरे दिन मौसम साफ रहा, लेकिन शाम होते होते फिर बर्फबारी शुरू हो गई। इस बर्फबारी ने पर्यटकों के चेहरे खिला दिए हैं, लेकिन स्थानीय लोग परेशान है। बिजली की कटौती हो रही है। सड़क पर चलना मुश्किल हो गया है। तापमान माइनस 4 डिग्री तक आ गया है। मनाली के ऊपरी इलाकों को जोडऩे वाली सड़कों पर आवाजादी बंद करनी पड़ी। सैलानियों को घंटों जाम में फंसना पड़ा।

हिमाचल प्रदेश का किन्नौर जिला भी बर्फ में फ्रीज है। कलपा में रविवार को न्यूनतम तापमान माइनस 6 डिग्री तक दर्ज किया गया, हालांकि आज थोड़ी राहत के आसार है। नए साल की शुरुआत के साथ ही हिमाचल प्रदेश में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। रविवार को भी हिमाचल के कई हिस्सों में बर्फ की बरसात हुई।

रविवार को शिमला में न्यूनतम तापमान 0।2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि लाहौल- स्पीति का केलांग इलाका माइनस 11 डिग्री के साथ हिमाचल का सबसे सर्द इलाका बना। केलांग में नौ सेंटीमीटर बर्फबारी देखी गई।

उत्तराखंड में तेज हवाओं के साथ बर्फ गिरने से केदारघाटी के गांवों में भी ठंडक ज्यादा होने लगी है। 4 फीट तक बर्फ जम गई है, इसकी वजह से केदारधाम में पुनर्निमाण का काम नहीं हो पा रहा है।

यहां पुनर्निमाण के काम में लगे लोगों को कहना है कि लगातार जबरदस्त बर्फबारी की वजह से यहां का पानी तक जम गया है। अब बर्फ को पिघलाकर पीने लायक पानी का इंतजाम किया जा रहा है। बर्फबारी और भारी ठंड की वजह से मंदाकिनी नदी का पानी भी जम रहा है। लोगों का कहना है कि सालों बाद केदारधाम में इतनी बर्फबारी हुई है। मंदिर के आस-पास तो 5 फीट तक बर्फ जम गई है।

बर्फबारी के बाद जोशीमठ से औली जाने वाले पर्यटकों को कई किलोमीटर लंबे जाम में फंसना पड़ा। औली से 8 किलोमीटर पहले टीवी टावर के पास कई किलोमीटर लंबा जाम लग गया। हालत ये हो गई कि पर्यटक पैदल ही औली की तरफ बढऩे लगे। हालांकि औली पहुंचते ही उनके चेहरे खिल गए। बर्फबारी के बीच खूबसूरत वादियों ने उनका स्वागत किया। पर्यटक सारी मुसीबत और थकान भूलकर औली का लुत्फ उठाने लगे। औली में रविवार को न्यूनतम तापमान माइनस में पहुंच गया। यहां 6 से 10 इंच तक बर्फ की मोटी चादर बिछ गई है।

उत्तराखंड के उत्तरकाशी में भी बर्फ आफत बनकर बरसी। बर्फबारी की वजह से गंगोत्री नेशनल हाईवे बंद हो गया। फूल चट्टी के पास यमुनोत्री हाईवे को भी बंद करना पड़ा। गंगोत्री धाम ,हर्षिल ,धराली, मुखवा में भारी बर्फबारी से तापमान माइनस में गोते लगा रहा है। उत्तराखंड में चारों धाम सफेद चादर से ढक हुए हैं। बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री और हेमकुंड साहिब में जबरदस्त ठंड पड़ रही है।