पुष्कर (अनिल सर) वराह घाट चौक पर स्थित लीला श्याम फैक्ट्री में लगी भीषण आग आसपास के लोगों की मदद से एवं फायर बिग्रेड की गाड़ी ने तुरंत प्रभाव से पाया आग पर काबू आग फ्रिज में शार्ट सर्किट लगने से लगी बताई जा रही है गनीमत रही कि आग पर तुरंत काबू पा लिया गया अन्यथा गैस सिलेंडर और कपड़ों में आग लग जाती तो भीषण हादसा हो सकता।

तीर्थ नगरी में पानी की भयंकर किल्लत शुरू

तीर्थ नगरी पुष्कर में पीने के पानी की समस्या का लोगों को विकट सामना करना पड़ रहा है तथा लोगों को पीने के पानी के लिए दर-दर की ठोकरें खानी पड़ रही है कालो का मोहल्ला इमली मोहल्ला गुजराती मोहल्ला मुख्य बाजार सहित कई इलाकों में पानी नहीं आने से काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है तथा पीने के पानी के लिए मोहताज होना पड़ रहा है यही नहीं पुष्कर के बाजारों में लगी प्याऊओ में भी पानी नहीं होने से यात्रियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है पुष्कर में कई इलाकों में पानी नहीं आने से लोगों को पीने के पानी के लिए दर-दर की ठोकरें खानी पड़ रही है तथा महंगे दाम से पानी के टैंकर मंगवाने पड़ रहे हैं। वही अधिकारियों को फ़ोन करने पर फ़ोन उठाना भी मुनासिब नही समझ रहे है जिसके चलते लोगो मे जबरदस्त आक्रोश उत्त्पन हो रखा है।

दोनों ही पार्टियों के कार्यकर्ताओं की बड़ी धड़कने

पुष्कर विधानसभा क्षेत्र से अब किसके सर पर ताज होगा यह तो आने वाली 11 दिसंबर को ही पता चलेगा लेकिन उसके पहले लोग अपने-अपने कयास लगाने शुरू कर दीये हैं भाजपा और कांग्रेस दोनों ही पार्टी के कार्यकर्ताओं की अब धीरे-धीरे धड़कने बढ़ती जा रही हैं तो वहीं दोनों पार्टियों के उम्मीदवार अपनी अपनी जीत को लेकर काफी आश्वस्त नजर आ रहे हैं हालांकि इस बार पुष्कर विधानसभा क्षेत्र में कांटे की टक्कर देखने को मिल रही है और यह सबसे रोचक सीट बन गई जिसके चलते सभी की नजर इस बार पुष्कर विधानसभा की सीट पर टिकी हुई है लोग पुष्कर से 5000 से 10000 के बीच की जीत बता रहे है। भाजपा के सुरेश सिंह रावत की पकड़ जहां शहरी क्षेत्र में मजबूत है तो वहीं नसीम अख्तर की पकड़ ग्रामीण इलाकों में मजबूत मानी जा रही है अगर सुरेश सिंह रावत के साथ भीतरघात नहीं हुआ तो वह 5 से 10000 के बीच जीत सकते हैं और अगर उनके साथ भीतरघात हुआ तो नसीम अख्तर 5 से 10000 के बीच जीतकर विधानसभा में पहुंच जाएगी इस बार नसीम अख्तर ने भाजपा के सुरेश रावत को जबरदस्त टक्कर दी है 2013 में सुरेश सिंह रावत ने नसीम अख्तर को 42000 से अधिक मतों से हराया था लेकिन जनवरी में हुए लोकसभा के उपचुनाव में कांग्रेस पुष्कर विधानसभा से 9000 से अधिक मतों से बढ़त हासिल करके जनता का विश्वास जीत लिया उसी के चलते इस बार पुष्कर में दोनों के बीच कांटे की टक्कर मानी जा रही हैं हालांकि लोग सबसे ज्यादा नसीम अख्तर को मजबूत मान रहे हैं कि नसीम अख्तर इस बार 5 से 10000 के बीच मतों से विजय हासिल कर लेगी लेकिन यह तो वक्त ही बताएगा कि 11 दिसंबर को किसके सिर पर पुष्कर विधानसभा का सरताज होगा और कौन व्यक्ति दूसरी बार विधानसभा में पहुंचेगा दिवंगत रमजान खान के बाद कोई भी पुष्कर से विधायक का चुनाव लडऩे वाला दो बार विधानसभा में नहीं पहुंचा लेकिन इस बार अगर सुरेश रावत जीते तो वह दूसरी बार पहुंचेंगे तो नसीम नसीम अख्तर जीती है तो दूसरी बार विधानसभा में पहुंचेगी।

रुपनगढ़ क्षेत्र होगा निर्णायक

विधानसभा क्षेत्र में रुपनगढ़ क्षेत्र इस बार निर्णायक की भूमिका अदा करेगा सभी की निगाहें रुपनगढ़ के मतदाताओं की तरफ है कि इस बार रुपनगढ़ के मतदाताओ का किस की ओर झुकाव है और किस को मतदान किया हालांकि दोनों ही पार्टियों के उम्मीदवार रुपनगढ़ क्षेत्र में अपनी अपनी स्थिति मजबूत मान रहे हैं लेकिन रुपनगढ़ क्षेत्र के मतदाताओं की चुप्पी भाजपा के लिए खतरा बन सकती है हालांकि पुष्कर क्षेत्र में कुछ क्षेत्रों में नसीम अख्तर की पकड़ मजबूत मानी जा रही है तो कहीं सुरेश सिंह रावत की पुष्कर क्षेत्र में दोनों के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिल रही है तो वहीं रुपनगढ़ क्षेत्र में भी इन दोनों के बीच में कांटे की टक्कर मान रहे हैं लेकिन बताया जा रहा है कि रुपनगढ़ क्षेत्र में नसीम अख्तर की पकड़ मजबूत मानी जा रही है लेकिन यह तो अब 11 दिसंबर को पता चल पाएगा कि किसने अपनी पकड़ कहा मजबूत की ओर कोनसे क्षेत्र की जनता ने किसको नकारा ओर किसको गले लगाया।

सीधी टक्कर में भाजपा रही है अब तक भारी

पुष्कर विधान सभा क्षेत्र में अगर पुराने आंकड़ों को देखा जाए तो सीधी टक्कर में भाजपा हमेशा कांग्रेस पर भारी रही है भाजपा की हार तभी हुई जब उसका बागी खड़ा हुआ तब कांग्रेस की विजय हुई विष्णु मोदी और रमजान खान के बीच हुए चुनाव में भाजपा के बागी राम सिंह रावत के खड़े होने के कारण कांग्रेस के विष्णु मोदी की विजय हुई थी इसी तरह 2003 में रमजान खान और गोपाल बाहेती के बीच हुए चुनाव में भंवर सिंह पलाड़ा के निर्दलीय खड़े होने के कारण गोपाल बाहेती की विजय हुई थी इसी तरह 2008 में भंवर सिंह पलाड़ा और नसीम अख्तर के बीच हुई टक्कर में भाजपा के श्रवण सिंह रावत के निर्दलीय खड़े होने के कारण नसीम अख्तर की विजय हुई थी वहीं 2013 में भाजपा और कांग्रेस के बीच में सीधी टक्कर हुई जिसमें भाजपा के सुरेश सिंह रावत ने सीधी टक्कर में नसीम अख्तर को 42000 से अधिक मतों से हराया था इसके चलते पुराने आंकड़ों के हिसाब से सीधी टक्कर में पुष्कर विधानसभा क्षेत्र में भाजपा ही कॉंग्रेस पर भारी रही है।


सुरेश सिंह रावत को झेलनी पड़ सकती है जनता की नाराजगी

पुष्कर विधानसभा क्षेत्र को हालांकि भाजपा का गढ़ माना जाता है और सीधी टक्कर में हमेशा ही भाजपा भारी रही और कांग्रेस से। जीती है लेकिन इस बार नसीम अख्तर का पलड़ा भारी नजर आ रहा है तो वहीं भाजपा उम्मीदवार वर्तमान विधायक सुरेश सिंह रावत को जनता की नाराजगी का खामियाजा भुगतना पड़ सकता है जनता की चुप्पी इस बात को साबित कर रही है कि वह इस बार भाजपा उम्मीदवार सुरेश सिंह रावत से काफी नाराज चल रही है हालांकि सुरेश सिंह रावत अपने इस कार्यकाल में पुष्कर में सक्रिय तो रहे लेकिन जनता के बीच नही रहकर गिने चुने लोगों के बीच घिरे रहने के कारण स्थानीय जनता के साथ साथ भाजपा कार्यकर्ता भी उनसे काफी नाराज चल रही है वहीं दूसरी तरफ नसीम अख्तर चुनाव हार जाने के बावजूद भी गत 5 वर्षों तक लगातार पुष्कर विधानसभा क्षेत्र में सक्रिय रही और पुष्कर सहित आसपास के गांवों में हर कार्यकर्मो ओर दुख दर्दो शादी समारोह सहित अन्य कार्यक्रमो में शामिल होकर जनता के दुख-दर्द सुने जिसके चलते इस बार नसीम अख्तर को इसका फायदा मिल सकता है ।

तीर्थ नगरी को कब मिलेगा जाम से छुटकारा

तीर्थ नगरी पुष्कर में बाय पास नहीं होने के कारण बांगड़ तिराये से गनाहेड़ा चुंगी चौकी तक भारी वाहनों की आवाज होने के कारण दिन में कई बार जाम लगनेे के कारण यात्री और स्थानीय लोगो को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है बरसों से पुष्कर में बाईपास की मांग की जा रही है लेकिन पुष्कर में कई सरकारें आई ओर चली गई लेकिन आजतक किसी ने भी बाईपास नहीं बनाया जिसके चलते अब पुष्कर में दिन-बे-दिन यातायात दबाव बढऩे के कारण जाम लग रहा है वहीं यातायात पुलिसकर्मी और स्थानीय पुलिस दिन भर जाम खुलवाने में लगी रहती है यही नहीं बांगड़ तिराये से गनाहेड़ा तिराये के बीच राजकीय अस्पताल राजकीय सीनियर उच्च माध्यमिक विद्यालय पोस्ट ऑफिस सहित कई सरकारी कार्यालय और निजी कार्यालय ओर घनी आबादी क्षेत्र स्थित है जिसके चलते दिनभर भारी आवाज रहती है भारी वाहनों के चलते कई बार दुर्घटनाएं घट चुकी है तथा कई घरों के चिराग बुझ गए लेकिन आज तक किसी ने भी बायपास बनाने की हिम्मत नहीं की और नहीं जरूरत समझी।

पुलिस ने अवैध बजरी का खनन कर के ले जा रहे डंपरों के खिलाफ की कार्रवाई

तीर्थ नगरी पुष्कर में आज अलसुबह से अवैध बजरी का खनन करके ले जा रहे कई डंपरो के खिलाफ पुलिस ने आज अभियान चलाकर कार्रवाई की जिसके चलते डंपर चालकों में हड़कंप मच गया और वह अन्य रास्तों से निकलने की कोशिश में लग गए पुलिस ने आज अभियान चलाते हुए 6 बजरी से भरे डम्पर को जब्त कर कार्रवाई की । सीआई नरेश शर्मा ने बजरी के डम्परों के खिलाफ अभियान चलाकर कार्रवाई की थी आज फिर अल सुबह से ही सीआई नरेश शर्मा ने पुलिस जाप्ते के साथ नाकाबंदी करके गोविंदगढ़ से अजमेर की तरफ जा रहे बजरी से भर कर जा रहे डम्परों को जब्त कर कार्रवाई की।

पुष्कर घाटी से दौडऩे लगे अब भारी वाहन

अजमेर पुष्कर के बीच स्थित पुष्कर घाटी में भारी वाहनों की आवाजाही के चलतें आए दिन हो रही दुर्घटना को रोकने के लिए निवर्तमान जिला कलेक्टर गौरव गोयल ने पुष्कर घाटी में भारी वाहनों पर आवाजाही पर रोक लगा दी थी लेकिन उनके तबादले के बाद उनके आदेशो की अब खुली अवहेलना शुरू हो गई और अब बेधड़क दिनदहाड़े पुष्कर घाटी से भारी वाहन तेज गति से दौड़ रहे हैं जिसके चलते कभी भी पुष्कर घाटी के अंदर भारी दुर्घटना घट सकती है जानकारी के अनुसार गौरव गोयल ने लोगों की मांग पर पुष्कर घाटी में भारी वाहनों की आवाजाही पर रोक लगा दी थी लेकिन लगता है कि उनके तबादले के बाद प्रशासन ने उनके आदेशों का भी तबादला कर दिया जिसके चलते अब भारी वाहन बेधड़क पुष्कर घाटी से निकलना शुरू हो गए हैं।(PB)