बीकानेर । स्व. सेठ हीरालाल गहलोत की स्मृति में पूगल रोड पर शिव शक्ति नगर में नवनिर्मित श्रीहीरेश्वर महादेव मंदिर में बुधवार को द्वादश ज्योतिर्लिंग महादेव की मूर्तियों के साथ मां दुर्गा, गणपति भगवान और शिव परिवार की मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा वैदिक विधान और समवेत स्वरों में मंत्रोच्चार के साथ संपन्न हुई। समारोह का मुख्य आकर्षण बुधवार को निकाली गई कलश यात्रा रही जिसमें महिलाओं की सहभागिता ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए।
श्रीहीरेश्वर महादेव मंदिर में धूमधाम से हुआ अनुष्ठान सम्पन्न श्रीहीरेश्वर महादेव मंदिर स्थापना समारोह का मुख्य आकर्षण बुधवार को निकाली गई कलश यात्रा रही। बुधवार दोपहर 12 बजे मूर्तियों की प्राण-प्रतिष्ठा से पूर्व उनकी झांकी निकाली गई। इसके बाद धूमधाम से पंडितों द्वारा पूजन, यजमानों की उपस्थिति और संतों की साक्षी में प्राण-प्रतिष्ठा हुई। प्राण प्रतिष्ठा की शोभा बढ़ाने के लिए हरिद्वार से आए महामंडलेश्वर प्रेमानंद महाराज, संवित सोमगिरि महाराज, नवलेश्वर मठ के महंत शिव सत्यनाथ महाराज की विशेष उपस्थिति रही जिनके सान्निध्य में मूर्तियों की प्राण-प्रतिष्ठा, हवन और यज्ञ के अनुष्ठान संपन्न हुए।


सोच से भी भव्य व मनोरम हुआ है मंदिर का निर्माण- श्रीमती तुलसी गहलोत
इस श्रीहीरेश्वर महादेव मंदिर की स्थापना की कल्पना करने वाले स्व. सेठ हीरालाल गहलोत की धर्मपत्नी श्रीमती तुलसी देवी ने बताया कि मंदिर निर्माण का सपना उन्होंने जैसा सोचा था उससे कहीं अधिक भव्य और मनोरम मंदिर बनने से मुझे संतोष हुआ है। धार्मिक विचारों की धनी तुलसी देवी ने इस मंदिर को जनता को समर्पित करते हुए कामना की कि यहां होने वाले धार्मिक आयोजनों से आम लोगों को लाभ मिलेगा। मंदिर प्रणेता के पुत्र विष्णु दत्त गहलोत और गोपाल गहलोत ने बताया कि पिता की इच्छा पूरी कर पूरे परिवार ने उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि दी है।
भारी संख्या में महिलाओं की उपस्थिति पहले कभी नहीं देखी
कलश यात्रा में करीब दस हजार महिलाएं सम्मिलित हुईं। लोगों ने बताया कि इतनी बड़ी संख्या में कलश यात्रा में महिलाओं की उपस्थिति पहले कभी नहीं देखी गई। जिसने भी सुना वह श्रीहीरेश्वर महादेव की कलश यात्रा देखने के लिए पहुंचा। हालत यह हो गई कि पूगल रोड फोरलेन मार्ग पर डिवाइडर के एक तरफ एक जैसी केसरिया साड़ी पहले सिर पर कलश और हाथ में पौधे लिए महिलाओं को रेला चल रहा था तो दूसरी तरफ यातायात रेंग रेंग कर चल रहा था।


दुपहिया वाहनों को भी निकलने की जगह नहीं रही तो लोगों ने गलियों में से अपने वाहन निकाले। मुख्य मार्ग पर पार्किंग की जगह नहीं बची। कुछ लोग तो कलश रैली देखने के लिए वाहनों को रोककर मोबाइल से फोटो खींचने लगे। इस पर पीछे के वाहनों के हॉर्न लगातार बजते रहे। कलश यात्रा में शामिल सभी महिलाओं को पर्यावरण की रक्षा के संकल्प के साथ पौधे वितरित किए गए।
जगह जगह हुआ कलश यात्रा का स्वागत
अंत्योदय नगर स्थित ब्रह्मसागर मंदिर से गाजे-बाजे के साथ कलश यात्रा जिस रास्ते निकली वहां जगह-जगह स्वागत किया गया। भव्य अंदाज में निकली इस कलश यात्रा को देखने के लिए गजनेर रोड और पूगल फांटा के बीच लोग सड़क पर खड़े देखते रह गए। कलश यात्रा नवनिर्मित हीरेश्वर द्वादश महादेव मंदिर पहुंची जहां पंडितों ने मंत्रोच्चार से यात्रा का स्वागत किया। श्रीहीरेश्वर महादेव मंदिर की कलश यात्रा में बीकानेर शहर के अलावा गंगाशहर, भीनासर, किसमीदेसर, सुजानदेसर, श्रीरामसर समेत अनेक जगहों से महिला श्रद्धालु उत्साह के साथ शामिल हुई।(PB)