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OmExpress News / New Delhi / दुनिया में कोरोना वायरस के 40 लाख से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं, जिसमें से 2.7 लाख लोगों की मौत अभी तक हुई है। भारत में भी कोरोना के संक्रमण की रफ्तार काफी तेज है, जहां मौजूदा वक्त में रोजाना तीन हजार से ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं, हालांकि मृत्यु दर के मामले में भारत की स्थित अन्य देशों की तुलना में काफी अच्छी है। स्वास्थ्य मंत्रालय की रिपोर्ट के मुताबिक सिर्फ पश्चिम बंगाल में मृत्यु दर को लेकर हालात चिंताजनक हैं, बाकी सभी राज्यों में स्थिति सामान्य है। West Bengal Death Rate

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बंगाल में 10 फीसदी मृत्यु दर

स्वास्थ्य मंत्रालय की रिपोर्ट के मुताबिक बंगाल में मृत्यु दर तेजी से बढ़ रही है। ताजा आंकड़ों पर नजर डाले तो वहां पर अब तक 1548 मरीज सामने आ चुके हैं, जिसमें से 151 लोगों की मौत हुई है। इस हिसाब से वहां पर मृत्यु दर 10 प्रतिशत है। बंगाल के बाद मृत्युदर के मामले में मध्य प्रदेश और गुजरात का दूसरा नंबर है। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक गुजरात में अब तक 7012 मामले सामने आए हैं, जिसमें से 425 लोगों की मौत हुई है। वहीं मध्य प्रदेश में 3252 मामले सामने आए, जहां 193 लोगों ने जान गंवाई। इस हिसाब से दोनों राज्यों में मृत्युदर 6 प्रतिशत है।

देश में क्या है मृत्युदर?

स्वास्थ्य मंत्रालय में संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि बीते 24 घंटे में कोरोना के 3390 मामले सामने आए हैं। जिस वजह से अब देश में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 56,342 हो गई है। जिसमें से 1886 लोगों की मौत हुई है। इस हिसाब से देश में औसतन मृत्युदर 3.3 प्रतिशत है। वहीं देश में अब तक 16540 लोग ठीक हो चुके हैं, जिस वजह से अब रिकवरी रेट बढ़कर 29.36 प्रतिशत हो गया है। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक देश में 216 ऐसे जिले हैं जिसमें कोरोना के एक भी केस नहीं हैं। 42 जिलों में पिछले 28 दिन से नया केस नहीं आया है।

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बंगाल और केंद्र में चल रहा विवाद

दरअसल केंद्र सरकार लगातार ममता सरकार पर कोरोना के आंकड़े छिपाने के आरोप लगा रही थी। इस विवाद ने तूल तब पकड़ा जब बंगाल के स्वास्थ्य सचिव विवेक कुमार ने केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव प्रीति सूदन को लिखे पत्र में कोरोना के आंकड़े 30 अप्रैल तक 931 बताए, जबकि मीडिया को दी गई जानकारी में ये आंकड़े 816 बताए गए थे। हालांकि बाद में मामले में ममता सरकार ने अपनी गलती मान ली थी। इस पर पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव राजीव सिन्हा ने कहा था कि कुछ डाटा नहीं मिल रहा था, जिसके चलते आंकड़ों में कुछ खामी लग रही थी। अब सारा डाटा मिल गया है।