-:12 लाख से अधिक एसएमएस भेज किया जन जागरण

बीकानेर। ‘‘इंटरनेशनल डे फॉर ड्रग एब्यूज एण्ड इल्लिसिट ट्रैफिकिंग’’ को नशा मुक्ति दिवस के रूप में मनाते हुए जिले भर में विभिन्न विभागों व संस्थानों ने मिलकर नशे के नाश के लिए आवाज बुलंद की। सोशल डिस्टेंसिंग को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों के अस्पतालों व राजकीय एएनएम प्रशिक्षण केंद्र, नोखा में नशामुक्ति पर गोष्ठियां व शपथ ग्रहण कार्यक्रम किए गए। सोशल मीडिया पर भी आमजन को नशामुक्ति के सन्देश प्रसारित किए गए। “न्याय के लिए स्वास्थ्य व स्वास्थ्य के लिए न्याय” थीम पर दवाओं के दुरुपयोग को रोकने के लिए चिकित्सा सहित अनेक विभाग एक जुट दिखे। सीएमएचओ डॉ. बी.एल. मीणा ने नशे को अधिकाँश असंक्रामक बीमारियों जैसे कैंसर, ह्रदय रोग, स्ट्रोक, उच्च रक्तचाप तथा टीबी जैसे कई संक्रामक रोगों के पीछे बड़ा फैक्टर बताया। उन्होंने इस बुराई के सभ्य समाज व महिलाओं में प्रसारित होने पर चिंता जताई क्योंकि इससे नई पीढ़ी के स्वास्थ्य को बड़ा नुकसान है।

जिला एनटीसीपी प्रभारी महेंद्र जायसवाल ने जानकारी दी कि स्वास्थ्य विभाग के हेल्प लाइन 104 पर बिना तकलीफ के नशा मुक्ति के लिए सलाह व सेवाएं निःशुल्क उपलब्ध है जिससे हजारों व्यक्ति तम्बाकू व नशे को छोड़ अपना जीवन सुधार चुके हैं। उन्होंने बताया कि नशा मुक्त राजस्थान अभियान को राज्य सरकार ने फ्लैगशिप कार्यक्रमों में शामिल किया है और निश्चय ही स्वास्थ्य के लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए नशामुक्त समाज जरूरी है।

12 लाख से ज्यादा एसएमएस कर किया जनजागरण
जिला आई.ई.सी. समन्वयक मालकोश आचार्य ने जानकारी दी कि जिले के चिकित्सा संस्थानों की एनआईसी मेल आईडी द्वारा नशा मुक्ति, लत छोड़ने की हेल्पलाइन और असंक्रामक बीमारियों से कनेक्शन सम्बन्धी 12 लाख से अधिक शोर्ट मेसेज भेजे गए। बीसीएमओ डॉ एच.एन. सिद्ध के नेतृत्व में लूणकरणसर ब्लॉक के संस्थानों द्वारा 6 लाख से अधिक एसएमएस क्षेत्र की जनता को भेजे गए।