_महागठबंधन का सत्ता में आना विपक्षी एकता के लिए शुभ संकेत

( रिपोर्ट-अनमोल कुमार ) पटना : जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह और संसदीय दल के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा के बाद अब

बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने कहा है कि नीतीश कुमार प्रधानमंत्री पद के बड़े दावेदार हो सकते हैं। यदि विपक्ष उनके नाम पर विचार करता है तो निश्चित रूप से वह इसके मजबूत उम्मीदवार हो सकते हैं।
तेजस्वी यादव ने रविवार को मीडिया से बात करते हुए कहा कि पिछले 50 वर्ष से नीतीश कुमार सामाजिक व राजनीतिक कार्यकर्ता रहे हैं। उन्होंने जेपी आंदोलन व आरक्षण आंदोलनों में भाग लिया। उनके पास 37 से अधिक वर्ष का संसदीय व प्रशासनिक अनुभव है। उन्हें जमीनी स्तर पर व अपने साथियों के बीच अपार समर्थन है।
डिप्टी सीएम ने कहा कि जदयू, राजद और कांग्रेस समेत अन्य दलों के एकजुट होने के बाद बिहार में महागठबंधन का सत्ता में आना विपक्षी एकता के लिए शुभ संकेत है। यह राष्ट्रीय स्तर पर भी नयी दिशा दिखाने वाला है। क्षेत्रीय दलों और अन्य प्रगतिशील राजनीतिक समूहों को अपने छोटे-मोटे नफा-नुकसान से परे देखना होगा और लोकतंत्र को बचाना होगा। यदि हमने अब इसे बर्बाद होने से नहीं बचाया तो इसे दोबारा स्थापित करना बहुत मुश्किल होगा
देश आपका इंतजार कर रहा
गौरतलब है कि जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह यह पहले ही कह चुके हैं कि नीतीश कुमार में प्रधानमंत्री बनने की सभी योग्यताएं हैं। उन्होंने 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर ऐसे संकेत भी दिए थे। जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा तो कई बार जनता के बीच यह दावा कर चुके हैं। बिहार की नई सरकार में आठवीं बार सीएम बनने पर उपेंद्र कुशवाहा ने नीतीश कुमार को बधाई देते हुए कहा था कि देश आपका इंतजार कर रहा है।