झुंझनू (दिनेश शर्मा “अधिकारी “)। विधिक सेवा प्राधिकरण के स्थापना के अवसर पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, झुंझुनूं तथा तालुका विधिक सेवा समितियों में रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, जयपुर के निर्देशन में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, झुंझुनूं द्वारा राजकीय भगवान दास खेतान अस्पताल, झुंझुनूं के ब्लड बैंक में रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के दौरान प्रधिकरण सचिव श्रीमती दीक्षा सूद ने कहा कि “Empowerment for Citizens through legal awareness and outreach” and “Haq Humara Bhi to Hai” के तहत दिनांक 13. नवम्बर तक विशेष अभियान चलाया जा रहा है। अभियान के दौरान प्रत्येक पंचायत समितियों तक विधिक सेवा प्राधिकरण व जिला प्रशासन के संयुक्त सहयोग से आमजन तक विधिक जानकारी पहुंचायी जा रही है। झुंझुनूं जिले की प्रत्येक ग्राम पंचायत स्तर पर डोर टू डोर अभियान के तर्ज पर प्रत्येक व्यक्ति से व्यक्तिगत रूप से संपर्क किया जा रहा है ताकि प्रत्येक व्यक्ति अपने अधिकारों के प्रति जागरूक हो और जुड़े। ऐसे व्यक्ति जिन्हें विधिक राय/सहायता की आवश्यकता है अथवा अन्य किसी जनकल्याणकारी स्कीम के तहत लाभ की आवश्यकता हो आमजन को जागरूक कर सके।
सचिव न्यायधीश सूद ने बताया कि 12.नवम्बर को झुंझुनूं न्यायक्षेत्र में “ राष्ट्रीय लोक अदालत “ का आयोजन किया जा रहा है। इस लोक अदालत में अभिनव पहल करते हुए राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, जयपुर द्वारा ऑनलाईन ‘‘न्याय रो सारथी’’ एप व ‘‘रालसा22’’ पॉर्टल लांच किया गया है। उक्त एप के माध्यम से कोई भी व्यक्ति घर बैठे अपने प्रकरण जो कि वह लोक अदालत में समझौते के माध्यम से हल करवाना चाहता को दर्ज करवा सकता है। प्रकरण दर्ज होने के साथ ही संबंधित जिला विधिक सेवा प्राधिकरण को ऑनलाईन प्राप्त होंगी तथा जिला विधिक सेवा प्राधिकरण उक्त प्रार्थना-पत्र को दर्ज कर नियमानुसरा कार्यवाही हेतु बाध्य होंगे। इसी के साथ ‘‘रालसा- 22’’ पॉर्टल के माध्यम से प्रि-लिटिगेशन के समस्त प्रकरण ऑनलाईन दर्ज किए जावेंगे तथा ऑनलाईन व ऑफलाईन काउंसलिंग के माध्यम से कार्यवाही की जावेगी साथ ही राष्ट्रीय लोक अदालत में रखे जावेंगे। उक्त राष्ट्रीय लोक अदालत में अधिक से अधिक प्रकरणों के निस्तारण हेतु जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, झुंझुनूं द्वारा प्री-काउंसलिंग व डोर स्टेप काउंसलिंग करवायी जा रही है। विधिक सेवा प्राधिकरणों का मुख्य उद्देश्य विधिक सहायता व जनजागरूकता के माध्यम से आमजन में जागरूकता लाना है। वर्तमान परिप्रेक्ष्य की स्थितियों को नजर में रखते हुए साइबर अपराधों, वरिष्ठ नागरिकजनों के अधिकार, बंदियों के अधिकार आदि भी शामिल है। उद्देश्य को प्राप्ति के लक्ष्य में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा आउटरीच टीमों का गठन किया गया टीमों के साथ ही साथ प्रत्येक ग्राम पंचायत में प्रत्येक घर तक डोर टू डोर अभियान की परिणति करते हुए महिला अधिकारिता विभाग के संयुक्त तत्वावधान में कार्य किया जा रहा है। इसी के साथ रालसा के निर्देशानुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, झुंझुनूं द्वारा माह नवंबर, 2022 में वृहद स्तर पर “ बाल विवाह रोकथाम “ व “बचपन बचाओ अभियान” चलाया जा रहा है जिसमें जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन के सहयोग से जिले को पूर्णतया बाल विवाह मुक्त बनाया जाना है। इस रक्तदान शिविर का उद्देश्य भी यही है कि सेवाभाव के माध्यम से आमजन को जागरूक किया जा सके। 13. नवंबर तक विधिक सेवा सप्ताह/आउटरीच कैम्प की तर्ज पर जिला प्रशासन के संयुक्त सहयोग से अनेक शिविर जिनमें प्रभात फैरी, साइकिल रैलीयों आदि का भी आयोजन किया जावेगा जिससे विद्यार्थीयो, आमजन सभी को भौतिक रूप से जुड़कर विधिक सेवा प्राधिकरण के विभिन्न आयामों में भागीदार होंगे। जिला विधिक सेवा प्राधिरकण द्वारा आमजन में अधिक से अधिक विधिक पहुंच को सुलभ बनाने हेतु ‘‘हक हमारा भी’’ अभियान का संचालन किया जा रहा है। कार्यक्रम के दौरान बी.डी.के अस्पताल के डा. कपूर थालौर, डॉ. पी.एल.भालोठिया आदि उपस्थित रहे।

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