– सरकार गायों के रखरखाव का करें इंतजाम अन्यथा होगा आंदोलन

आगरा तहसील किरावली में आवारा गायों से परेशान किसानों ने आम आदमी पार्टी के जिलाध्यक्ष बने सिंह पहलवान के नेतृत्व में एसडीएम किरावली को महामहिम राष्ट्रपति के नाम से ज्ञापन सौंपा सोपे गए ज्ञापन में कहां कि भारतीय जनता पार्टी शुरू से ही गाय का मंदिर का मुद्दा लेकर जाति धर्म की राजनीति को जोड़कर देश को झूठ बोलती चली आ रही है जबकि आज किसान ने कृषि बिल से ही बहुत परेशान है दिल्ली की सड़कों पर करीब डेढ़ महीने से डेरा डाले हुए हैं और किसान का बेटा देश की रक्षा में बॉर्डर पर आयतन शहादत दे रहा है यदि किसान का बेटा बॉर्डर की रक्षा करना बंद कर दें तो देश पूर्ण रूप से गुलाम हो जाएगा जबकि भारतीय जनता पार्टी ने इस अन्नदाता खून के आंसू रोने पर मजबूर कर दिया है गाय गोबर के मुद्दे पर आने वाली सरकार अब कोई ध्यान नहीं दे रही है जिसके कारण रोडो पर अनेकों दुर्घटनाएं हो रही है गांव में आए आवारा पशुओं की संख्या कम होने की बजाए लगातार बढ़ रही हैं। जिससे कि किसान अच्छे खासे परेशान हैं। सरकार भी इस ओर कोई सकारात्मक कदम नहीं उठा रही है। अगर यूं ही चलता रहा तो ये आवारा पशु किसान की खेती को बर्बाद कर देंगे। आवारा गाय जिस भी खेत से गुजर जाती हैं उसी खेत को चट कर जाती हैं। किसानअपने खेतों की सुरक्षा पूरी रात जागकर करते हैं लेकिन फिर भी अपनी फसलों को बचाने में असमर्थ व लाचार हैं। उन्होंने कहा कि कुछ लोग जब तक गाय दुध देती है, तब तक उनको बांधे रखते हैं और बाद में जैसे ही दूध देना बंद कर देती हैं तो उसको गोशाला में छोड़ने की बजाए दर-दर भटकने के लिए छोड़ देते हैं। जो कि अत्यंत ही दुर्भाग्य पूर्ण बात है। उन्होंने कहा कि सरकार को चाहिए कि वे हर गांव में एक बाड़ा बनाए और उसमें आवारा पशुओं का प्रबंध करे, ताकि कोई भी आवारा पशु गाय बेसहारा ना रहे और किसान की फसल बर्बाद होने से बच जाए

– सरकार गायों के रखरखाव का इंतजाम करें अन्यथा होगा आन्दोलन :

वहीं आम आदमी पार्टी के जिला अध्यक्ष बने सिंह पहलवान ने ये भी कहा कि या तो सरकार तत्काल गायों के रखरखाव का इंतजाम करे जाए अन्यथा किसान आंदोलन के लिए बाध्य होगा जिसमें भूख हड़ताल , अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन, आदि का आंदोलन जारी रहेगा । वहीं ज्ञापन देने वालों ने भूप सिंह , वीरेंद्र सिंह , चंदन सिंह , हरपाल सिंह , गोपाल सिंह , गुड्डू , राजपाल , प्रदीप , सुनील , गोपाल सोलंकी , ज्ञान सिंह , सुजान सिंह, मान सिंह , भगवान सिंह , धर्मपाल सिंह , विक्रम सिंह , पटेल सिंह , जगरनाथ , रघुराज स्वामी , ओमवीर , जयप्रकाश ,रणधीर सिंह , कुलबीर सिंह , ध्यानचंद सिंह , आदि सैकड़ों किसान मौजूद रहे।