-फोर्टी और आरईपीसी की ओर से नैरोबी में हुआ था आयोजन

जयपुर।फेडरेशन ऑफ राजस्‍थान ट्रेड एंड इंडस्ट्री (फोर्टी ) की ओर से केन्या की राजधानी नैरोबी में 5 से 7 जुलाई तक इंडो ईस्‍ट अफ्रीका ट्रेड एक्सपो का आयोजन किया गया। यह एक्‍सपो व्यापारिक नजरिए से काफी सफल रही। इस एक्‍सपो के बाद ईस्‍ट अफ्रीकी देशों से राजस्‍थान के व्‍यापार में प्रतिवर्ष 5 हजार करोड़ रुपये का इजाफा होगा। इसमें राजस्‍थान एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल और राजस्‍थान एसोसिएशन ऑफ केन्या की महत्वपूर्ण भागीदारी रही। इस एक्‍सपो ने अपने आप में एक इतिहास बनाया हे। अभी तक अलग अलग सेक्‍टर से जुडे देश के निर्यातक विदेशी संस्थाओं की प्रदर्शनियों में भाग लेने के लिए भारी भरकम शुल्क चुकाकर रजिस्ट्रेशन कराते थे। देश में पहली बार किसी औद्योगिक संगठन की ओर से दूसरे देश में जाकर मल्टी सेक्‍टर ट्रेड और इंडस्ट्रियल एग्जीबिशन का आयोजन किया गया है। इंडो ईस्ट अफ्रीका ट्रेड एक्सपो में राजस्थान से 170 व्यापारियों ने बूथ लगाए और विभिन्न सेक्‍टर के करीब 350 व्यापारी और उद्योगपतियों ने भाग लिया। इस तीन दिवसीय एक्सपो में करीब 5 हजार करोड़ की बुकिंग और ट्रेड डील को अंजाम दिया गया। यह एक्‍सपो एक शुरुआत है , इसके कारण आने वाले दिनों में ईस्‍ट अफ्रीकी देशों से व्‍यापार का यह आंकड़ा आगे बढ़ता रहेगा। फोर्टी अध्यक्ष सुरेश अग्रवाल का कहना है कि एक्‍सपो केवल उत्पादों की प्रदर्शनी भर नहीं थी। यह राजस्‍थानी उद्योगपतियों के बिजनेस नेटवर्किंग के लिए इंटरनेशनल प्‍लेटफार्म था। जिसमें छोटी -छोटी मीटिंग के माध्‍यम से राजस्‍थान के मैन्‍युफैक्‍चर्स ओर सर्विस सेक्‍टर के उद्यमियों ने ईस्‍ट अफ्रीकी देशों के बायर्स के सामने अपने उत्पाद और सेवाएं प्रस्‍तुत की। यह एक्‍सपो राजस्‍थान और ईस्‍ट अफ्रीकी देशों के बीच नए ट्रेड रिलेशन का आगाज करेगी। एक्‍सपो को मिले रिस्पॉन्स से फोर्टी ने तय किया है कि दूसरे देशों में भी एक्सपो का आयोजन किया जाएगा।

आरईपीसी के चेयरमैन राजीव अरोड़ा, अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष रफीक खान, राजस्थान फाउंडेशन के अध्यक्ष, धीरज श्रीवास्तव, फोर्टी संरक्षक सुरजाराम मील, आई सी अग्रवाल, कार्यकारी अध्यक्ष पीडी गोयल, चीफ सेक्रेटरी गिरधारी लाल खंडेलवाल आदि ने एक्‍सपो में भाग लेकर राजस्थान के उद्यमियों का उत्साह बढ़ाया। एक्सपो की कोर कमिटी में प्रशांत शर्मा, नीलम मित्तल, ललिता कुच्छल , रविन्द्र सोनी, मनीष मित्तल, यश शर्मा, विकास, धीरज, प्रवीण सुथार की पिछले 6 महीने से लगातार की गई मेहनत ने इस एक्‍सपो को कामयाब बनाया।


फोर्टी संरक्षक सुरजाराम मील ने ईस्‍ट अफ्रीकी देशों में कानून व्यवस्था और माहौल सौहार्द पूर्ण है। यहां के लोगों की सहजता के कारण विदेश में होने का अहसास नहीं होता।

आरईपीसी चेयरमैन राजीव अरोड़ा ने बताया कि इस एक्सपो ने राजस्‍थान के उद्यमियों के लिए ईस्‍ट अफ्रीकी देशों के बाजार में अपनी पहचान बनाने का अवसर दिया है। भविष्य में इस एक्सपो का परिणाम हम साल दर साल राजस्‍थान के निर्यात में वृद्धि के तौर पर देखेंगे। एक्‍सपो में राजस्‍थान की 5 कंपनियों के साथ अफ्रीकी कंपनियों ने एमओयू साइन किए। सौ कंपनियों को नए ऑर्डर मिले और फ्यूचर डील हुई। 35 से ज्यादा राजस्थानी कंपनियों और उनके उत्पादों में ईस्‍ट अफ्रीकन व्यापारियों ने रुचि दिखाई।


एक्‍सपो में राजस्थान एसोसिएशन ऑफ केन्या के संरक्षक बजरंग सिंह राठौड़ , भूपेंद्र बागड़ा, केन्या सरकार के कई मंत्री, एमपी, इंडस्ट्री कमिश्नर, एमएसएमई बोर्ड चेयरमैन के साथ आला अधिकारी और उद्योगपति शामिल हुए। केन्या और ईस्‍ट अफ्रीकी देशों में पहले से व्‍यापार करने वाले राजस्थानी मूल के उद्योगपति मोहन गहलोत, किशन गहलोत, गुजराती मूल के उद्यमी अशोक शाह ने एक्‍सपो में राजस्‍थान के उद्यमियों का स्वागत किया। इन सबका कहना है कि ईस्ट अफ्रीकी देश तेजी से विकास कर रहे हैं। अफ्रीकी बाजार 90% प्रतिशत तक आयात पर निर्भर है। इसलिए यहां व्‍यापार की अपार संभावनाएं हैं। अफ्रीकी नागरिकों की भारतीय व्यापारियों के प्रति उदार भावना है।

एक्सपो के समापन के बाद राजस्‍थान के एग्जीबिटर्स ने दुनिया के सबसे बड़े नेशनल पार्क मसाई मारा के जंगलों में अफ्रीकी वन्य जीवन को करीब से निहारा । सभी ने मसाई मारा के अनुभव को जीवन के लिए यादगार बताया।