पौधे लगाना और गौपालन हमारी परम्परा का अभिन्न अंग-डॉ. कल्ला
सुजानदेसर गोचर में किया पौधारोपण
बीकानेर, 21 मार्च। ऊर्जा तथा जनस्वास्थ्य मन्त्री डॉ. बी डी कल्ला ने कहा कि पौधे लगाना और गौपालन करना हमारी परम्परा का अभिन्न अंग है। पेड़ हमें प्राणवायु देते हैं। वहीं गाय को विश्व माता कहा जाता है।
डॉ. कल्ला रविवार को सुजानदेसर गोचर विकास एवं पर्यावरण विकास समिति की ओर से आयोजित पौधारोपण एवं सम्मान समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हमें अधिक से अधिक पौधे लगाने चाहिए तथा इनकी देखभाल करनी चाहिए। राज्य सरकार भी इसे लेकर गम्भीर है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने बीकानेर को अनेक सौगातें दी हैं। चांदमल बाग की वर्षों पुरानी समस्या के समाधान के लिए 10 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए हैं। सड़कों के लिए 50 करोड़ रुपये दिए हैं। डेयरी साइंस, नेचरोपैथी तथा आयुर्वेद कॉलेज स्वीकृत किए गए हैं। उन्होंने कहा कि हमारे पूर्वजों ने कुँए, बावड़ी बनवाए तथा जल संरक्षण को सर्वोच्च प्राथमिकता दी। उन्होंने कहा कि परम्परागत जल स्त्रोतों का संरक्षण सरकार की प्राथमिकता में है। बारह महादेव मंदिर परिसर के ऊपर से गुजर रही विद्युत लाइन को शिफ्ट करने की स्थानीय लोगों की मांग पर उन्होंने विद्युत कम्पनी के अधिकारियों को मौके पर बुलाया और त्वरित कार्यवाही के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मंदिर परिसर के विकास में कोई कमी नहीं आने दी जाएगी। इससे पहले उन्होंने बारह महादेव मंदिर में पूजा अर्चना की तथा पौधारोपण किया। इस अवसर पर समिति द्वारा ऊर्जा मंत्री का नागरिक अभिननन्दन कियाया गया। कार्यक्रम का संचालन सीता राम कच्छावा ने किया। उन्होंने गौचर में गौ अभ्यारण्य के रूप में विकसित करवाने की मांग की।
— ये रहे उपस्थित
इस अवसर पर सेवाराम , लरखुराम, श्याम लाल गहलोत, किसन सांखला, इन्द्रचंद गहलोत, नंदूजी, बाबूलाल,सुरेश सोलंकी, बजरंग गहलोत, राजेश गहलोत, राजेश कच्छावा, जेठमल कच्छावा, बाबूलाल गहलोत, गोविन्द गहलोत, संतोष कच्छावा महेेन्द्र सोनी, मिलन गहलोत, भंवर गहलोत, मनोज सेवग, हरीप्रकाश सोनी, नीरज कच्छावा, विजय गहलोत, रामजी, नारायण प्रसाद कच्छावा, शिव सोनी,ओम प्रकाश कच्छावा आदि उपस्थित रहे।
– परोपकार से बड़ा कोई धर्म नहीं-डॉ. कल्ला
पीएनबी ने सीएसआर के तहत भेंट की सामग्री
बीकानेर, 21 मार्च। ऊर्जा मंत्री डॉ. बी डी कल्ला ने कहा कि परोपकार से बढ़कर कोई धर्म नहीं होता। दुःखी और पीड़ित मानवता की सेवा को हमारे ग्रन्थों में सर्वोच्च स्थान दिया गया है।
डॉ. कल्ला ने रविवार को पंजाब नेशनल बैंक द्वारा सीएसआर के तहत मेडिकल कॉलेज में सामग्री वितरण कार्यक्रम के दौरान यह बात कही। उन्होंने कहा कि जिले में चिकित्सा व्यवस्था के सुदृढ़ीकरण को लेकर राज्य सरकार पूर्ण गम्भीर है। आमजन के जीवन की सुरक्षा सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता में है। पिछले कुछ समय में पीबीएम अस्पताल की चिकित्सकीय सुविधाओं में बड़ा सुधार हुआ है। बजट में मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत द्वारा 50 बेड का नया आईसीयू और पब्लिक हेल्थ कॉलेज स्वीकृत की गई है। संक्रामक रोगों के इलाज के लिए जिले में नया अस्पताल बनाने के लिए विधायक मद से एक करोड़ रूपये स्वीकृत किए गए हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा विधायक मद की राशि भी बढ़ाई गई है। इससे अब विधानसभा क्षेत्रों में विकास के कार्य अधिक हो सकेंगे। इस दौरान उन्होंने पीएनबी द्वारा सामाजिक सरोकारों के तहत किए जा रहे कार्यों की सराहना की तथा कहा कि यह दूसरों के लिए भी प्रेरणादाई है। पीएनबी के सर्किल हेड संजीव सिंह ने बताया कि सीएसआर के तहत 20 कुर्सियां, 20 स्ट्रेचर और 20 सीलिंग फेन उपलब्ध करवाए गए हैं। सामान्य प्रशासन विभाग के परीक्षित भार्गव ने सभी का आभार प्रकट किया। इस दौरान सर्किल उप प्रमुख विष्णु बाना, रानीबाजार शाखा के प्रभारी चंद्रकांत व्यास, वरिष्ठ प्रबंधक विधि दीपक हर्ष, रामप्रताप गोदारा, मेडिकल कॉलेज प्राचार्य डॉ. एस एस राठौड़, पीबीएम अधीक्षक डॉ. परमेन्द्र सिरोही, डॉ. रंजन माथुर, डॉ. जितेंद्र आचार्य आदि मौजूद रहे।
बीकानेर का सर्वांगीण विकास सर्वोच्च प्राथमिकता-डॉ. कल्ला
साढ़े सात करोड़ की लागत से 36 सड़कों के सुदृढ़ीकरण और नवीनीकरण कार्य का शुभारंभबीकानेर, 21 मार्च। ऊर्जा तथा जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री डॉ. बी डी कल्ला ने कहा कि बीकानेर का सर्वांगीण विकास उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता है। इसमें किसी प्रकार की कमी नहीं आने दी जाएगी।
डॉ. कल्ला रविवार को मुख्यमंत्री बजट घोषणा में स्वीकृत शहर की 36 सड़कों के सुदृढ़ीकरण और नवीनीकरण कार्य के शिलान्यास समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ समय में बीकानेर ने विकास के नए सौपानों को छुआ है। इस दौरान अनेक ऐतिहासिक कार्य हुए हैं, जिनसे आमजन को भरपूर लाभ मिला है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा बजट में इंजीनियरिंग कॉलेज को तकनीकी विश्वविद्यालय का संघटक महाविद्यालय बनाया गया। महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय में बैचलर ऑफ आर्ट्स की कक्षाएँ प्रारम्भ की गई हैं। डूंगर कॉलेज में संगीत का नया संकाय प्रारम्भ किया गया है। पीबीएम अस्पताल की सुविधाओं में वृद्धि की गई है। शहर में जल सुदृढ़ीकरण के 600 करोड़ रुपये के कार्य हो रहे हैं। डूंगर और एमएस कॉलेज को महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय के संघटक महाविद्यालय बनाने के प्रयास होंगे। उन्होंने कहा कि सड़क नवीनीकरण कार्य में गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाए। इस अवसर पर अतिरिक्त मुख्य अभियंता सुधीर माथुर, अधीक्षण अभियंता डी पी सोनी तथा बसन्त आचार्य मौजूद रहे। पार्षद शिव शंकर बिस्सा ने आभार जताया। इस अवसर पर राज कुमार किराडू, रूप किशोर व्यास सहित अनेक लोग मौजूद रहे। इससे पहले डॉ. कल्ला ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पूजा अर्चना की तथा 36 कार्यों का शिलान्यास किया। सन्चालन ज्योति रँगा ने किया।
मायड़ भाषा का हो व्यापक प्रचार-प्रसार -डाॅ. कल्ला
जागती जोत के मार्च अंक का विमोचन
बीकानेर, 21 मार्च। कला, साहित्य एवं संस्कृति मंत्री डाॅ. बुलाकीदास कल्ला ने कहा कि राजस्थानी भाषा करोड़ों लोगों की मातृभाषा है। मायड़ भाषा के व्यापक प्रचार-प्रसार के लिए गंभीरता से प्रयास किए जाएं।
डाॅ. कल्ला रविवार को अपने निवास-स्थान पर राजस्थानी भाषा, साहित्य एवं संस्कृति अकादमी की मुखपत्रिका ‘जागती जोत’ के मार्च अंक का विमोचन कर रहे थे, इस अंक में होली, राजस्थान दिवस पर विशेष साहित्यिक-सामग्री सम्मिलित की गई है।
डाॅ. कल्ला ने कहा कि होली प्रेम, भाईचारे व उल्लास का त्योहार है। बीकानेर में होली के दिनों में सैकड़ों वर्षों से रम्मतों का आयोजन हो रहा है। त्योहारों व लोक-उत्सवों में राजस्थानी संस्कृति के साक्षात् दर्शन होते हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 30 मार्च को राजस्थान दिवस पूर्ण उत्साह से मनाया जाता है। राजस्थान की भौगोलिक, ऐतिहासिक, सांस्कृतिक विशेषताएं अनुपम हैं। राजस्थान त्याग, शौर्य व बलिदान की अनेक घटनाओं का साक्षी रहा है।
अकादमी सचिव शरद केवलिया ने बताया कि जागती जोत के इस अंक में होली, राजस्थान दिवस पर विशेष साहित्यिक-सामग्री के साथ ही इसमें अन्य साहित्यिक सामग्री, राजस्थानी समाचार भी शामिल किए गए हैं। गिनीज वल्र्ड रिकाॅर्ड धारक मेघा हर्ष ने आवरण पृष्ठ बनाया है।
विश्व जल दिवस (22 मार्च 2021)’
’बेहतर कल के लिए जल संरक्षण के मिशन में सक्रिय भागीदारी निभाए-जलदाय मंत्री’
जयपुर, 21 मार्च। जलदाय मंत्री डॉ. बी. डी. कल्ला ने प्रदेशवासियों का आह्वान किया है कि भावी पीढ़ी के सुखद जीवन और बेहतर कल के लिए पानी की बचत और जल संरक्षण को मिशन बनाकर इसमें सक्रिय भागीदारी निभाएं।
जलदाय मंत्री डॉ. कल्ला ने विश्व जल दिवस (22 मार्च 2021) पर अपने संदेश में कहा कि इस बार विश्व जल दिवस की थीम श्पानी को महत्त्व देनाश् (वैल्यूइंग वॉटर) निर्धारित की गई है। उन्होंने कहा कि पंच तत्वों से निर्मित मानव शरीर और ब्रह्मांड की रचना में जल सबसे प्रमुख कारक है। इसी कारण पानी के महत्व और मोल की कद्र का भाव हर व्यक्ति की प्रकृति में नैसर्गिक रूप से विद्यमान है। जरूरत बस इस बात की है कि हम सभी अपने रोजमर्रा के जीवन में पानी को जिम्मेदारी से बरतते हुए इसके मितव्ययता से सदुपयोग की आदत डाले और इसके लिए घर, परिवार और समाज में आदर्श माहौल बनाए।
डॉ. कल्ला ने कहा कि राज्य सरकार ने अपने कार्यकाल में अब तक प्रदेश के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में समुचित पेयजल प्रबंधन के लिए निरंतर कारगर कदम उठाए हैं। मौजूदा सरकार के कार्यकाल के पहले वर्ष की गर्मिर्यों और पिछले साल कोरोना की चुनौतियों के बीच तेज गर्मी के दौर में भी प्रदेश के सभी गांव, ढाणियों, शहर और कस्बों में सुचारू पेयजल व्यस्वस्था से जनसेवा की नई मिसाल कायम की गई है। इसके लिए जलदाय विभाग के सभी अधिकारी, इंजीनियर्स, कर्मचारी और तकनीक कार्मिकों सहित प्रदेश की पूरी टीम बधाई की पात्र है।
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