बीकानेर। शिव महापुराण कथा के द्वितीय सत्र की कथा में ब्रह्मचारी शिवेंद्र स्वरूप जी महाराज ने कलयुग में पार्थिव शिव लिंग की पूजा का महत्व बताया एवं किस सक्रांति में किस शिवलिंग का पूजन होना चाहिए इसकी व्याख्या बताई एवं भगवान शंकर नम: शिवाय के जाप करने का महत्व बताया। आज की कथा के यजमान दयाशंकर तिवाड़ी ने सपरिवार व्यास पीठ का पूजन किया। इस अवसर पर बीकानेर के संभ्रांत नागरिक जानकी नारायण श्रीमाली, एवं श्रीडूंगरगढ़ से बजरंगलाल पुरोहित का अभिनंदन किया गया। कथा में दामोदर जोशी, सुनील जोशी, कैलाश पारीक, तुलसीदास व्यास, मनोज पारीक, मदन मोहन, महिला मंडल में यशोदा, शक्ति, मंजू और ललिता आदि अनेक कार्यकर्ताओं ने सेवाएं प्रदान की।