-सब कुछ ठीक चला, तो आने वाले समय में यूपी मूल के दो वीसी मिल सकते हैं

जयपुर(हरीश गुप्ता)। राज्य के कुलाधिपति कलराज मिश्र के भरतपुर के दौरे ने राज्य के उच्च शिक्षा जगत में नई हलचल पैदा कर दी है। अब लोग कयास लगा रहे हैं कि हो सकता है आने वाले समय में दो सरकारी विश्वविद्यालय को यूपी मूल के कुलपति मिले।
गौरतलब है शनिवार 16 सितंबर को कुलाधिपति कलराज मिश्र एक सेमिनार में शामिल होने के लिए भरतपुर गए थे। गौरतलब यह भी है कि राजस्थान विश्वविद्यालय में स्थाई कुलपति की नियुक्ति एक-दो दिन में होनी है।
सूत्रों की मानें तो राजस्थान विश्वविद्यालय में स्थाई कुलपति के लिए सर्च कमेटी ने पैनल तैयार किया है। उसमें प्रोफेसर अल्पना कटेजा, प्रोफेसर नवीन माथुर, प्रोफेसर राजेश सिंह, प्रोफेसर बी आर बामनिया और भरतपुर के प्रोफेसर रमेश चंद्रा का नाम है। सूत्रों की मानें तो अभी तक प्रोफेसर अल्पना कटेजा के नाम पर मोहर लगना तय माने जाने की चर्चाएं जोरों पर थी, लेकिन कुलाधिपति के भरतपुर दौरे के बाद चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है।
सूत्रों की मानें तो चर्चाएं जोरों पर है, ‘भरतपुर के प्रोफेसर रमेश चंद्रा को राजस्थान विश्वविद्यालय की कमान सौंपी जा सकती है।’ ‘…चंद्रा को राजस्थान विश्वविद्यालय सौंपने से भरतपुर विश्वविद्यालय खाली होगा, जिसमें एक और यूपी वाले को एडजस्ट कर दिया जाएगा।’ वैसे चंद्रा 6 महीने पहले ही इस विश्वविद्यालय के कुलपति बने हैं। चर्चाएं जोरों पर हैं, ‘चंद्रा इससे पहले झांसी में रह चुके हैं।’ ‘…वहां सेल्फ फाइनेंस कोर्स चला कर अपनी आर्थिक ताकत बढ़ा चुके हैं।’ इसी तरह चर्चाएं हैं, ‘सीकर में भी यूपी मूल का वीसी लाया जा सकता है।
-पैरवी भी काम न आई:
दो बार रणछोड़ के नाम से जाने जाने वाले और डॉक्टर बी आर अंबेडकर विधि विश्वविद्यालय के समय कोर्ट से अयोग्य करार डॉक्टर देव स्वरूप के लिए राजस्थान विश्वविद्यालय के स्थाई कुलपति के लिए सर्च कमेटी के एक सदस्य ने पुरजोर कोशिश की। सूत्रों की मानें तो चर्चाएं जोरों पर हैं, ‘लगभग हर विश्वविद्यालय की सर्च कमेटी में रहने वाले एवं आरपीएससी के पूर्व सदस्य आरडी सैनी डॉक्टर देव स्वरूप की पैरवी करते रहे।’ ‘…सदस्यों को कुछ बड़े नाम गिनाते रहे कि उनकी इच्छा है, लेकिन कोर्ट का हवाला देकर सर्च कमेटी के अन्य सदस्यों ने उनकी एक न सुनी। चर्चाएं हैं, ‘डॉक्टर देवस्वरूप पूरी तरह आश्वस्त थे कि उनके नाम पर सहमति बन जाएगी।‘