बीकानेर में पिछले 2 दिनों से रहा।सोशल साइट पर कोरोना वायरस को लेकर तरह-तरह की बातें की जाने लगी साथ ही दावा भी किया जाने लगा कि बीकानेर में कोरोना वायरस संक्रमित पाया गया है।इन्हीं अफवाहों के बीच बीकानेर ही नहीं वरन पूरे राजस्थान में हड़कंप सा मच गया सोशल मीडिया पर चल रही इस अफवाह के बारे में पड़ताल की तो चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। सबसे पहले तो हम आपको बता दें कि बीकानेर में ऐसा कोई भी कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्ति नहीं मिला है यह केवल एक अफवाह मात्र है इस हेतु हम आपसे अपील करते हैं कि आप ऐसी किसी भी अफवाह वाली पोस्ट या खबर को वायरल ना करें।
कल से सोशल मीडिया पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के एक पत्र को वायरल कर यह प्रचारित किया जा रहा है कि बीकानेर में कोरोना वायरस संक्रमित व्यक्ति पाया गया। लोग इस पत्र को वायरल करने में जुट गए मगर जब आप इस पत्र को पढ़ेंगे तो स्पष्ट उसमें लिखा है कि राजेश कुमार शर्मा जो कि इटली से जयपुर होते हुए बीकानेर पहुंचे जहां उनका केंद्र सरकार के आदेशानुसार रूटीन चेकअप हुआ यह चेकअप न केवल बीकानेर वरन जयपुर में भी हुआ पत्र में स्पष्ट लिखा है कि उक्त व्यक्ति का 28 दिन तक स्क्रीनिंग होगा यानी कि उस व्यक्ति को जांच के दायरे में रखा जाएगा इससे यह स्पष्ट होता है कि वह कोरोना वायरस संक्रमित नहीं बल्कि संदिग्ध है आपको बता दें चाइना सहित आठ ऐसे राष्ट्र हैं जहां से आने वाले हर व्यक्ति को कोरोना वायरस संदिग्ध माना गया है।
इस संदर्भ में जब टीम आपणी हथाई ने मुख्य स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर बी. एल मीणा से बातचीत की तो उन्होंने बताया कि यह एक सामान्य प्रक्रिया है जिसमें चाइना सहित नेपाल भूटान सिंगापुर इटली आदि राष्ट्र से आने वाले यात्रियों को इस प्रक्रिया से गुजरना होता है साथ ही सीएमएचओ मीणा ने अपील की कि आमजन अफवाहों से सावधान रहें और ऐसी अफवाहों को वायरल करने से बचें