– पेड़ीवाल स्कूल ने कुछ कमियां मानी, कुछ मांगे मानी, कुछ आश्वासन दिए

जयपुर , ( ओम एक्सप्रेस )जयश्री पेड़ीवाल स्कूल के द्वारा चलाई जा रही ऑनलाइन क्लास के दौरान तीन दिन चले अश्लील वीडियो के प्रसारण को लेकर अभिभावक एकता संघ के पदाधिकारियों एवं स्कूल निदेशक आयुष पेडीवाल की पुलिस थाना प्रभारी पन्ना लाल जांगिड़ की पहल एवं उपस्थिति में हाल ही हुई वार्ता के दौरान अभिभावकों ने 5 सूत्री लिखित मांगो दी थी इस संबंध में स्कूल द्वारा अभिभावक एकता आंदोलन को लिखित पत्र दिया है।

– स्कूल ने की सुझावों की सराहना
जयश्री पेड़ीवाल स्कूल प्राचार्य मधु मैनी ने मनीष विजयवर्गीय द्वारा स्कूल को दिए लिखित सुझावों की सराहना करते हुए 5 सूत्री मांगों पर बिंदुवार लिखित प्रतिक्रिया दी है।

– छात्र का निष्कासन नहीं काउंसलिंग होगी
अभिभावकों की पहली मांग थी की छात्र का निलंबन निरस्त किया जाए एवं साइकोलॉजिस्ट एवं मोटिवेशनल विशेषज्ञ द्वारा बाल सुधार के प्रयास हो जिस पर स्कूल ने लिखा है कि आपके सुझाव के अनुरूप संबंधित छात्र को निष्कासित नहीं किया गया है उसे केवल कुछ समय के लिए निलंबित किया गया है साथ ही विद्यार्थी के माता-पिता को सलाह दी कि वह उसे काउंसलर के पास ले जाए।

– ऑनलाइन क्लास की निगरानी हेतु आईटी टीम गठित
मनीष विजयवर्गीय ने दूसरी मांग यह की थी की पोर्न वीडियो प्रसारण पर स्कूल अपनी कमी स्वीकार करें एवं पुनरावृत्ति ना होने की प्रतिबद्धता व्यक्त करे, जिस पर स्कूल ने घटना को दुर्भाग्यपूर्ण हादसा बताते दुख व्यक्त किया है एवं तकनीकी गड़बड़ियों को सिविकार करते हुवे माना कि समाधान में सामान्य से अधिक समय लगा। दुबारा पोर्न वीडियो प्रसारित नहीं होगा इसका आश्वासन देते हुवे स्कूल ने लिखा है कि हमने एक कोर आईटी टीम गठित की है जो ऑनलाइन कक्षाओं की नियमित निगरानी / जाँच करेगी।

– बकाया फीस के कारण ना क्लास बंद होगी ना रिजल्ट रुकेंगे
तीसरी मांग यह थी कि अभिभावकों एवं विद्यार्थियों को बकाया फीस के लिए मानसिक प्रताड़ना नहीं दी जाये सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की पालना करते हुए ऑनलाइन / ऑफलाइन कक्षा बंद नहीं की जाए, ना परिणाम रोके जाए ओर ना प्रमोशन इस पर स्कूल ने माननीय सुप्रीम कोर्ट के दिनांक 03 मई, 2021 के फैसले की पालना पर अपनी लिखित प्रतिबद्धता व्यक्त की है।

– निराश्रित बच्चों के हित में की गई मांग आंशिक मानी गई
अभिभावकों ने चौथी मांग की थी कि कोरोना में निराश्रित हुए विद्यार्थियों की कक्षा 12 तक की फीस स्कूल माफ करें इस संबंध में स्कूल ने लिखा कि प्रभावित लगभग 15 छात्रों को चालू वर्ष में पूरी स्कूल फीस माफ कर दी गई है।

-प्रत्येक शिकायत को संबोधित करना स्कूल के लिए संभव नहीं
पांचवी मांग यह थी कि भविष्य में संगठन को प्राप्त स्कूल की शिकायतों का संवाद से समाधान के तहत निस्तारण अभिभावक प्रतिनिधि की उपस्थिति में हो इस संबंध में स्कूल ने लिखा कि माता-पिता से प्राप्त शिकायतों पर कभी-कभी प्रतिक्रिया में देरी हो सकती है। साथ ही यह भी लिखा कि कभी-कभी, हमें स्कूल स्टाफ/प्राधिकारियों को परेशान करने के दुर्भावनापूर्ण इरादे से की गई शिकायतें भी प्राप्त होती हैं। संगठनों की प्रत्येक शिकायत को संबोधित करना स्कूल के लिए संभव नहीं है फिर भी हम शिकायतों को स्वतंत्र रूप से अपनी सर्वोत्तम क्षमता से समाधान का प्रयास करेंगे।

– स्कूल खुले दिल से करे संवाद – मनीष विजयवर्गीय
स्कूल द्वारा लिखित पत्र को अभिभावक एकता आंदोलन के संयोजक मनीष विजयवर्गी ने कहा की ” स्कूल ने कुछ मांगे पूरी एवं कुछ आंशिक रूप से मानी है, समाधान की दिशा में संवाद हमारी कार्यप्रणाली का प्रमुख आधार है, अतः विद्यालय से पुनः निवेदन किया जाएगा कि कोरोना के कारण माता-पिता खो चुके छात्र-छात्राओं की स्कूल फीस कक्षा 12 तक पूर्ण माफ की जाए। स्कूल प्रबंधन से यह भी मांग करेंगे कि पोर्न वीडियो चलाने वाले नाबालिग छात्र के साथ-साथ उस क्लास में सम्मिलित सभी छात्र-छात्राओं को सकारात्मक दिशा में लाने के लिए विद्यालय अपने स्तर पर मोटिवेशनल विशेषज्ञ/ काउंसलर नियुक्त कर प्रकल्प चलाये जिससे समस्या का दीर्घकालिन समाधान संभव हो सके साथ ही स्कूल अभिभावक प्रतिनिधियों से परहेज ना करें संवाद से समाधान हेतु खुले दिल से अपने द्वार खोले।
– फाइनल जवाब की प्रतीक्षा में अभिभावक
अभिभावक एकता संघ की प्रदेश कोऑर्डिनेटर लवलेश खुटेटा ने कहा कि हम स्कूल से वार्ता कर मांगो पर पुनर्विचार के लिए कहेंगे उनकी अगली प्रतिक्रिया के पश्चात अभिभावक एकता संघ की कोऑर्डिनेटर टीम आगे के निर्णय लेगी।