



रोजाना लगभग 50 फ़िल्में दर्शकों जो देखने को मिलेंगी। इन फिल्मों को देखने के लिए दर्शकों के लिए यूएफओ (UFO) के प्लेक्सिगो (Plexigo) और जिफ की वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन ओपन है। फ़िल्में देखने के लिए रजिस्ट्रेशन अनिवार्य है। फ़िल्में यूएफओ के प्लेक्सिगो पर दिखाई जायेगी। प्लेक्सिगो एप गूगल प्ले स्टोर या एप्पल प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है।सभी फिल्मों का सारांश जिफ और प्लेक्सिगो (Plexigo) वेबसाइट और एप पर उपलब्ध है। दर्शक उन में से अपनी पसंद की फिल्मों का चयन कर सकते हैं।सभी 266 फ़िल्में प्रतियोगिता श्रेणी में हैं। इनमें से केवल 14 फ़िल्में कुछ तकनीकी कारणों से ऑनलाइन देखने के लिए उपलब्ध नहीं है। पिछले साल इस फिल्म समारोह में 240 फ़िल्में दिखाई गयी थीं।जिफ प्रवक्ता राजेन्द्र बोड़ा ने बताया कि दुनिया के प्रमुख पुरस्कार जीत चुकी फिल्मों के साथ फ़िल्में फ़िल्में जो कोविड के कारण थियेटर्स में रिलीज नहीं हो सकी, हर देश, हर भाषा की फ़िल्में, सभी विषयों पर आधारित फ़िल्में, कोरोना काल की रोचक कहानियों पर बनी फ़िल्में, सभी कुछ देखने का आनंद इन पांच 5 दिनों में लिया जा सकता है।प्रतियोगिता के लिए 9 श्रेणियों में चयनित फिल्मों में 53 फीचर फिक्शन फिल्म | 17 डॉक्यूमेंट्री फीचर फिल्म, 123 शॉर्ट फिक्शन फिल्म, 30 शॉर्ट डॉक्यूमेंट्री फिल्म, 14 शॉर्ट एनिमेशन फिल्म, 18 मोबाइल फिल्म, पांच वेब सीरीज़ फिल्म और चार सॉन्ग फिल्म के अलावा दो एड फ़िल्में शामिल हैं।बच्चों के लिए बेहद ही अहम् फिल्म अटकन चटकन के लिए पद्म भूषण संगीतकार ए. आर. रहमान ने संगीत दिया है। ए. आर. रहमान ही इस फिल्म के प्रजेंटर भी हैं। ए. आर. रहमान ने ट्वीट करके ‘टैंगो शलोम’ फिल्म के ट्रेलर को जारी किया है। कुल 116 मिनट की अमेरिका की इस फिल्म का निर्देशन गाब्रिएल बोलोगना ने किया है। इसकी कहानी काफी दिलचस्प है। यह फिल्म परिवार और समुदाय के बंधन और सहनशीलता और विश्वास की सीमा का परीक्षण कराती है.समारोह में 53 फीचर फिक्शन फिल्मों में फिक्शन मनोरंजन के अलावा दर्शकों के लिए दुनिया की शानदार 17 डॉक्यूमेंट्रीज भी देखने देखने को उपलब्ध है। इनमें स्पेन से वैनेसा हडसन की 97 मिनट की अरबी, अंग्रेजी, फ्रेंच में बनी ये डाक्यूमेंट्री तीन बार के ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता निकोलो कैम्पियानी एयर राइफल स्पर्धा में अगले ओलंपिक खेलों के जीतने की कहानी है। उसके ओलंपिक सपने को हासिल करने के लिए तैयारी की कहानी हैं।सम लवर टू सम बिलवड पाकिस्तान से 100 मिनट की डाक्यूमेंट्री है जिसे बनाने में सात साल लगे। यह फिल्म जाने माने पाकिस्तानी अभिनेता ज़िया मोहियद्दीन तथा शायर फैज अहमद फैज के जीवन और उनकी कला यात्रा की कहानी है।राजस्थान से दिखाई जाने वाले फिल्मों में तपेश कुमार की ‘उदयवीर रियल इंडियन आर्मी हीरो’, कामरान टाक की ‘सपोज’, तपन भट्ट की ‘शतरंज’ और सुनील प्रसाद शर्मा की ‘तू छोड़ ना उम्मीदों का दामन’ है। मंजूर अली की म्हारों गोविन्द प्रतियोगिता की श्रेणी में है पर स्क्रीनिंग के लिए उपलब्ध नहीं रहेगी।जिफ 2021 उन सभी महान फिल्मकारों और कलाकारों को समर्पित है जो 2020 में हमारा साथ छोड़ कर चले गए। जिफ परिवार उनको अपनी तरफ से ट्रिब्यूट देता है। ये कलाकार है – इब्राहिम अल्काज़ी, बासु चटर्जी, पंडित जसराज, निम्मी, कुमकुम, सौमित्र चैटर्जी, रवि पटवर्धन, जगदीप, आशालता, वबगाओंकर, एसपी बालासुब्रमण्यम, सरोज ख़ान, राहत इन्दौरी, ऋषि कपूर, इरफ़ान खान, आसिफ़ बसरा, निशिकांत कामत, वाजिद ख़ान, फ़राज़ खान और सुशांत सिंह राजपूत।ऑनलाइन समारोह के आखिरी दिन 19 जनवरी को विजेता फिल्मों की घोषणा जिफ की वेबसाइट पर की जाएगी।पुरस्कार वितरण का जलसा मार्च के आख़िरी सप्ताह या अप्रेल में जयपुर में रखा जाना प्रस्तावित है।
