नई दिल्ली।अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत स्थिर रहने के बावजूद देश में तेल कंपनियां अपनी मनमानी जारी है. दीपावली से पहले पेट्रोल, डीज़ल के दाम लगातार बढ़ने से आम आदमी का बजट बिगड़ रहा है. पिछले 18 दिन से पेट्रोल-डीजल के दामों में एक बार फिर वृद्धि का दौर शुरू हो चुका है. आज भी पेट्रोल 31 पैसे तो डीजल 38 पैसे प्रति लीटर बढ़ा.

नतीजा यह हुआ कि राजधानी पेट्रोल 111 के पर पहुंच गया. आज पेट्रोल 111 रुपए 54 पैसे तो डीजल 102 रुपए 69 पैसे के सर्वोच्च स्तर पर पहुंच गया. पिछले 18 दिन में पेट्रोल 3 रुपए 41 पैसे और डीज़ल 4 रुपए 70 पैसे चढ़ चुका है. दरों में वृद्धि का यह आलम बरकरार रहा तो पेट्रोल जल्द 115 के पार पहुंच जाएगा. कोरोना जैसी महामारी के दौर में तेल कंपनियों की यह वक्री चाल आम आदमी की कमर तोड़ने में लगी है.

अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत 79 डॉलर प्रति बैरल के स्थिर है ऐसे में अभी पेट्रोल डीजल की कीमतों में इजाफा जनता पर भारी पड़ रहा है. दरअसल केंद्र सरकार सेंट्रल एक्साइज और राज्य सरकार वैट के रूप में पिछले 18 महीने में कई बार वृद्धि कर चुके हैं. हालांकि राज्य सरकार ने पेट्रोल और डीजल में 2 फ़ीसदी की वैट में राहत भी दी थी लेकिन यह राहत ऊंट के मुंह में जीरे के समान रही. अब आमजन उम्मीद कर रहे हैं कि केंद्र सरकार सेंट्रल एक्साइज में राहत दे तो पेट्रोल डीजल के दामों में कमी आ सके।