-फोर्टी की बिजनेस एनालिसिस कमेटी ने जुटाए प्रदेशभर से आंकड़े

जयपुर।दिवाली करीब आने के साथ बाजार में रौनक बढ़ती जा रही है। प्रदेशभर के सभी कस्‍बों और शहरों में दिवाली की खरीदारी इनदिनों परवान पर है। फेडरेशन ऑफ राजस्थान ट्रेड एंड इंडस्ट्री (फोर्टी) ने अपने सभी जिला और तहसील शाखाओं के माध्यम से व्यापार डेटा जमा किया है। इसके अनुसार नवरात्र से दिवाली और फिर देवउठनी एकादशी तक राजस्थान में 60 हजार करोड़ रुपये के कारोबार की उम्मीद है। फोर्टी अध्‍यक्ष सुरेश अग्रवाल ने बताया कि फोर्टी की बिजनेस एनालिसिस कमेटी ने राजस्थान के सभी कस्‍बों और शहरों से आंकड़े जुटाए हैं। जिसमें काफी सकारात्मक संकेत मिले हैं। फोर्टी चीफ सेक्रेटरी गिरधारी लाल खंडेलवाल ने बताया कि इस बार प्रदेश में मानसून सामान्य रहने से खरीफ की फसल अच्छी रही और आगे रबी की पैदावार का आकलन भी पिछले साल से ज्यादा लगाया जा रहा है। इसके साथ सरकारी कर्मचारियों को राज्य और केंद्र सरकार ने महंगाई भत्ता और दिवाली बोनस दिया है। इससे दिवाली पर अच्छे कारोबार की उम्मीद है। फोर्टी के चीफ सेक्रेटरी ब्रांचेस रवि जिंदल ने कहा की दिवाली के बाद देवउठनी एकादशी से शादियों का नया सीजन शुरु हो जाता है। इस बार देवउठनी एकादशी पर प्रदेश में करीब 50 हजार शादियां हैं। यदि एक शादी का खर्च औसतन 20 लाख रुपये माना जाए तो 10 हजार करोड़ का सीजन के पहले सावे पर ही व्‍यापार होने की संभावना है। देवउठनी एकादशी पर जिन परिवारों में शादी है उनकी खरीदारी भी दिवाली के सीजन में होती है।


दिवाली से लेकर देवउठनी एकादशी के सावे तक के संभावित व्‍यापार पर फोर्टी की ओर से चीफ सेक्रेटरी नरेश सिंघल के अनुसार ऑटोमोबाइल सेक्टर्स में भी व्यापार में इजाफा देखने को मिलेगा साथ ही इनमे जारी आंकड़े
-कार, बाइक, कमर्शियल व्‍हीकल और व्यावसायिक व्‍हीकल- 15 हजार करोड़ रुपये
– सोना-चांदी डायमंड के गहने , सिक्‍के, और अन्‍य- 5 हजार करोड़ रुपये
– गारमेंट, फुटवियर, एसेसरीज, मेकअप- 10 हजार करोड़ रुपये
– खाद्य सामग्री, एफएमसीजी- 5 हजार करोड़ रुपये
– इलेक्ट्रॉनिक और इलैक्‍ट्रिकल आइटम- 10 हजार करोड़ रुपये

– टेंट, डेकोरेशन, लाइटिंग ,मंच सज्जा, फूलमाला– 5000
करोड़

–प्री वेडिंग शूट, वेडिंग वीडियोग्राफी ,फोटोग्राफी, शादी कार्ड, दिवाली गिफ्ट ,ड्राई फ्रूट्स चॉकलेट, कुकीज, टूर ट्रेवल्स इवेंट, ट्रांसपोर्ट–5000 करोड़

– अन्‍य- 5 हजार करोड़ रुपये
कुल -60 हजार करोड़ रुपये