जयपुर दिव्यांग रोजगार ट्रस्ट ने आज एक दिव्यांग महिला जेबा फारूकी को ऑटोमेटिक सिलाई मशीन निःशुल्क प्रदान की गई है। हर इंसान को कोई ना कोई रोजगार करना पड़ता है। इंसान को रोजगार सिर्फ रूपए पैसे ही नहीं देता है, बल्कि लोगो को प्रगति करने के कई मौके देता है। रोजगार के अवसर, धन के साथ मान-सम्मान भी देता है।
दिव्यांग रोजगार ट्रस्ट के संस्थापक राहुल मेघवंशी ने बताया कि हमारे समाज में दिव्यांग महिला भी आम महिलाओं के तरह अपने जन्म से लेकर मृत्यु तक एक अहम किरदार निभाती है। अपनी सभी भूमिकाओं में निपुणता दर्शाने के बावजूद आज के आधुनिक युग में दिव्यांग महिला सामान्य व्यक्ति को भी पीछे छोड देती है।
सरकार द्वारा जागरूकता फ़ैलाने वाले कई कार्यक्रम चलाने के बावजूद दिव्यांग की जिंदगी फिर भी सामान्य नहीं हो रही है और आज भी अपना जीवन काफी जटिलता के साथ यापन करना पड़ रहा है। दिव्यांगजनों को अपनी जिंदगी का ख्याल तो रखना ही पड़ता है साथ ही साथ अपने पूरे परिवार का ध्यान भी रखना पड़ता है। वह पूरी जिंदगी बेटी, बहन, पत्नी, माँ, सास, और दादी जैसे रिश्तों को ईमानदारी से निभाती है।
इसी कड़ी में ट्रस्ट द्वारा दिव्यांगजनों के लिए नौकरी/रोजगार के अवसर उपलब्ध करवाये जाते है। ट्रस्ट के द्वारा पूर्व में भी दिव्यांगजनों को नौकरी व रोजगार उपलब्ध करवाये है और उनको आर्थिक स्वतंत्रता की दिशा में एक सराहनीय कदम बढ़ाया है। ट्रस्ट का उद्देश्य समाज व परिवार के साथ संघर्ष कर रहे दिव्यांगजनों को रोजगार देकर आत्मनिर्भर बनाना है।