बीकानेर-वीटीयू एवं अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के संयुक्त तत्वाधान में नई शिक्षा नीति पर रविवार को आयोजित वेबीनार में अखिल भारतीय तकनीकी तकनीकी शिक्षा परिषद के अध्यक्ष प्रोफेसर अनिल सहस्त्रबुद्धे ने कहा कि नई शिक्षा नीति पूरे देश की शिक्षा प्रणाली को बदल देगी। प्रोफेसर सहस्त्रबुद्धे ने कहा की नई शिक्षा नीति मैं देश की तकनीकी शिक्षा को प्रभावित करने वाले मुद्दों को दूर करने के सभी संघटक मौजूद हैं। उन्होंने कहा कि उद्योग गुणवत्ता और सक्षम जनशक्ति की तलाश कर रहा है। इस नीति ने भारत में रोजगार की समस्याओं को हल करने के लिए भविष्य की शिक्षा की नींव रखी है।

विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर एचडी चारण ने कहा कि 34 वर्षों के बाद केंद्र सरकार ने नई शिक्षा नीति की शुरुआत करके एक बड़ी पहल की है। लेकिन यह नीति बहुत सारे अवसरों और चुनौतियों के साथ आई है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय से संबंधित महाविद्यालयों के पास बहु विकल्प पाठ्यक्रमों के पेशकश का विकल्प है। इस कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि प्रोफेसर जगदीश प्रसाद सिंघल ने विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा करते हुए बताया की नई शिक्षा नीति विद्यार्थियों और उद्योगों को ध्यान में रखते हुए बनाई है ,जो इनके लिए वरदान साबित होगी। कार्यक्रम के संयोजक डॉ एसके बंसल ने सभी अतिथियों का परिचय करवाया। प्राचार्य डॉ वाईएन सिंह ने सभी अतिथियों को धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम का सफलतापूर्वक संचालन डॉ ममता पारीख द्वारा किया गया।

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