बीकानेर।नव संवत्सर 2080 और 148 वें आर्य समाज स्थापना चैत्र शुक्ल प्रतिपदा बुधवार को प्रातः गंगा शहर रोड स्थित एसबीआई बैंक के पीछे आर्य समाज की शाखा में समारोह पूर्वक मनाया गया।
कार्यक्रम का प्रारम्भ श्री संजीव, विनोद और आदित्य दंपति के यज्ञ मानत्व तथा डॉ केसर मल आचार्य के ब्रह्मत्व में वेद मन्त्रों के साथ हुवा जिसमें श्रद्धालुओं ने आहुतियां दी.
इस अवसर मुख्य अतिथि डॉ रवीन्द्र जी कुलश्रेष्ठ, पूर्व प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष, श्री डूंगर महाविद्यालय, बीकानेर, विशिष्ट अतिथि डॉ राधे श्याम , पूर्व विभागाध्यक्ष, वेटनरी विश्वविद्यालय, बीकानेर और श्री धर्मवीर , पूर्व उप महा प्रबंधक एस बीआई, जयपुर तथा अलवर से पधारे स्वामी चेतना नंद जी नें महर्षि दयानंद द्वारा सन 1875 में आर्य समाज स्थापित करने के उद्देश्य और आर्यसमाज के नियमों और उसके क्रियान्वयन के लिए मार्ग दर्शन किया. वेदों और उनकी शिक्षा अपनाने तथा प्रचार और प्रसार करने का कार्य नए जोश और उत्साह से कार्य करने पर बल दिया.
डॉ . केसर मल शास्त्री ने सृष्टि की रचना, संवत्सर, ज्योतिष शास्त्र की विस्तृत व्याख्या की .
विशिष्ट अतिथि डॉ राधे श्याम ने नव निर्माणाधीन आर्य समाज मंदिर में एक कमरा बनवाने की घोषणा का करतल ध्वनि से स्वागत किया.
कार्यक्रम का संचालन मंत्री भगवती प्रसाद ने संचालन किया. बीकानेर की समस्त आर्य समाजों के आर्यों ने समारोह में भाग लिया।
धन्यवाद ज्ञापन प्रधान महेश आर्य ने किया। शान्ति पाठ के पश्चात वेदिक उद्घोष के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ. तत्पश्चात् प्रीतिभोज का आर्य जनों ने रसास्वादन किया।