” अंतरराष्ट्रीय विशिष्ट प्रतिभा सम्मान समारोह संपन्न “


लुंबिनी, नेपाल,बहुप्रतीक्षित ” अंतरराष्ट्रीय विशिष्ट प्रतिभा सम्मान समारोह 2024 ” का भव्य आयोजन किया गया है। नेपाल की पवित्र भूमि नेपालगंज में एक दिवसीय ऐतिहासिक महत्व के गौरवशाली आयोजन ” अंतरराष्ट्रीय विशिष्ट प्रतिभा सम्मान समारोह ” का आयोजन बड़े हर्षोल्लास से किया गया है। नेपाल की प्रसिद्ध संस्था ” शब्द प्रतिभा बहुक्षेत्रीय सम्मान फाउन्डेशन नेपाल ” द्वारा देश-विदेश की विभिन्न क्षेत्रों की प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करने, हिंदी, अवधी तथा नेपाली भाषा, साहित्य, कला और संस्कृति के विकास, नेपाल भारत के बीच मैत्री सम्बंध विकास तथा साहित्यक पर्यटन विकास के उद्वेश्य से कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। संस्था के संस्थापक अध्यक्ष आनन्द गिरि मायालु की अध्यक्षता, नेपाल सरकार लुंबिनी प्रदेश के कृषि तथा भूमि व्यवस्था मंत्री भण्डारी लाल अहिर के प्रमुख आतिथ्य, तथा नेपाल प्रज्ञा प्रतिष्ठान के सदस्य सचिव सनत रेग्मी तथा आयोजन संरक्षक डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव प्रेम की विशिष्ट अतित्थ्यता में समारोह का आयोजन किया है।
विगत 8 महिने की चयन प्रक्रिया के बाद नेपाल तथा भारत से चयनित 50 विशिष्ट प्रतिभाओं को ” नोबुल टैलेंट इंटरनेशनल अवॉर्ड ” से सम्मानित किया गया है। चार हजार आवेदनों में से दो चरणों में नेपाल तथा भारत के 14 राज्यों से 50 प्रतिभाओ का चयन किया गया था। आयोजन का विभाजन चार सत्र में किया गया था। सहभागी सभी विशिष्ट प्रतिभागियों को नेपाल लुंबिनी प्रदेश के कृषि तथा भूमि व्यवस्था मंत्री भण्डारी लाल अहिर ने मोमेंटो, बैग, शॉल, मेडल, प्रमाण पत्र, रुद्राक्ष की माला तथा नेपाली टोपी पहनाकर सम्मानित किया गया है।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त संस्था ” शब्द प्रतिभा बहुक्षेत्रीय सम्मान फाउन्डेशन नेपाल ” द्वारा आयोजित विश्व स्तरीय ऐतिहासिक महत्व के गौरवशाली ” अंतरराष्ट्रीय विशिष्ट प्रतिभा सम्मान समारोह ” NOBUL TALENT INTERNATIONAL AWARD PROGRAM में सैकड़ों लोगों की सहभागिता में
रायपुर से एम एल नत्थानी, दुर्ग से डॉ. कृष्ण कुमार पाटिल और गोविंद पाल, जांजगीर चांपा से ऋतम्भरा शीशपाल कश्यप, रायगढ़ से उर्मिला सिदार उर्मी तथा रश्मि वर्मा, बलिया से डॉ. इफतखार खां, कानपुर से सुनील कुमार तिवारी, लखनऊ से डॉ. प्रवीण कुमार श्रीवास्तव प्रेम, अंजु रंजना, उपमा आर्य सहर तथा अरविंद झा, गाजियाबाद से अब्दुल कलाम आज़ाद, बहराइच से एम. रशीद तथा मामून रशीद, मैसूर से प्रो. प्रतिभा मुदलियार तथा डॉ. पुष्पा, बरेली से डॉ. विनीत विद्यार्थी दर्शन शास्त्री, शामली से रुचि शर्मा, बाड़मेर से तरुण राय कागा, टोंक से महेश कुमार शर्मा तथा राम अवतार स्वामी, बांसवाड़ा से उत्सव जैन कवि जी, अलवर से डॉ. जय प्रकाश चौहान अजनबी, होशियारपुर से कु. वंदना ठाकुर चहक, फाजिल्का से डॉ. रवि घायल, नागपुर से विवेक नगरारे, रोशन दुलिचंद राउत, पुनम संतोष अग्रवाल, मेघा अग्रवाल, अमन रंगेला अमन सनातनी, वर्धा से अरूण विष्णु गोडे, देहरादून से सुशीला राजपूत, भावनगर से रीना फतनानी, जामनगर से डॉ. हंसा सिद्धपुरा, सहारनपुर से सुनील कुमार, मुजफ्फरपुर से डॉ. प्रिंस कुमार वर्मा, अशोकनगर से डॉ. डी. एस. संधु (डॉ. दविंदर सिंह संधु), भोपाल से डॉ. गोपेश बाजपेयी, अशोक कुमार धनमेंनियां तथा संजय आराजु बड़ौतवी, विदिशा से राज कुमार अहिरवार, शिवपुरी से डॉ. मुकेश अनुरागी, इंदौर से डॉ. घनश्याम ठाकुर, बालाघाट से प्रणय श्रीवास्तव अश्क, भेजेंद्र चौधरी तथा प्रदीप खंडेलवाल, हैदराबाद से गया बालाजी चंबुले, मुंबई से चेतना साबला, भाटापारा से डॉ. ललित सिंह ठाकुर, हरिद्वार से अशोक पाल सिंह, जबलपुर से डॉ. सलमा जमाल, जम्मू और कश्मीर से गिरिजा शर्मा, मथुरा से डॉ. खेमचंद यदुवंशी शास्त्री, सतना से स्वाती सिंह, अंबेडकरनगर से छविपाल, सुलतानपुर से ब्रजेश कुमार वर्मा तथा राज बहादुर राना, दिल्ली से अरूण कुमार अरूण, बांदा से अब्दुल रहमान रहमान बांदवी, सिरोही से गुरुदीन वर्मा, नांदेड़ से डॉ. गुलाब सिंग जाधव , उदयपुर से पुनम भू तथा गोरखपुर जिले से जालिम प्रसाद को ” अंतरराष्ट्रीय विशिष्ट प्रतिभा सम्मान 2024 ” सम्मान तथा नेपाल की ओर से जानकी गांव पालिका प्रमुख छब्बन खां, खजुरा प्रज्ञा प्रतिष्ठान के सचिव डॉ. इंद्र बहादुर भण्डारी, भेरी अस्पताल प्रमुख किरण आचार्य को कदर पत्र प्रदान कर नेपाल सरकार लुंबिनी प्रदेश के कृषि तथा भूमि व्यवस्था मंत्री भण्डारी लाल अहिर ने शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया है।
आयोजन का संचालन डॉ खेमचंद यदुवंशी शास्त्री तथा अरविंद झा ने किया था। आयोजन में 150 महिला पुरुष विभिन्न क्षेत्रों की प्रतिभाओं तथा अन्य गणमान्य व्यक्तियों की सहभागिता थी। आयोजन में सम्मान समारोह, पुस्तक विमोचन, साहित्य गोष्ठी, सांस्कृतिक संध्या तथा कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया था । समारोह में नितेश विश्वकर्मा ने अवधी लोक गीत, पार्श्व गायक डॉ कृष्ण चंद पाटिल ने भजन दादरा पेश किया था। समारोह में सम्मानित प्रतिभाओं को अवॉर्ड तथा अन्य सहभागियों को सहभागिता प्रमाण पत्र प्रदान किया गया है। आयोजन में बोलते हुए आयोजन संरक्षक डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव प्रेम ने सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया है। संस्था के संस्थापक अध्यक्ष आनन्द गिरि मायालु ने संस्था के पांच वर्ष की योजना के बारे में जानकारी प्रदान की थी। भारत की ओर से 50 तथा नेपाल की ओर से वरिष्ठ नेपाली साहित्यकार डॉ इंद्र बहादुर भंडारी इंद्रेणी, शिक्षक किरण आचार्य, लोक गायक नितेश विश्वकर्मा, नृत्यंगना रन्जू वली को कदर पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया है । अवॉर्ड आयोजन के संरक्षक तथा वरिष्ठ साहित्यकार डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव प्रेम ने आयोजन में सहभागी सभी प्रतिभागियों को आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह आयोजन प्रतिभा प्रोत्साहन के लिए मिल का पत्थर साबित होगा। ऐसे आयोजन से प्रतिभाओं में आगे बढ़ने का हौसला बढ़ता है। संस्थान के अन्य आगामी योजनाओं में सहभागी होने के लिए भी सभी से कहा। शब्द प्रतिभा बहुक्षेत्रीय सम्मान फाउन्डेशन नेपाल, देश की एक बड़ी साहित्यिक संस्था हे जो वार्षिक रूप में इस तरह के प्रतिभा प्रोत्साहन के अंतरराष्ट्रीय आयोजन करती आई है। संस्था के संस्थापक अध्यक्ष आनन्द गिरि मायालु ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में कहा कि नेपाल और भारत का संबंध युगो से रहा है इन संबंधों को मजबूत करने, देश विदेश की छुपी हुई उच्चतम प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करने, भाषा साहित्य कला और संस्कृति के विकास तथा साहित्यिक पर्यटन विकास की एक कड़ी के रूप में इस आयोजन को लिया जा सकता है। अब आगामी आयोजन 2025 में नेपाल की भव्य पर्यटकीय स्थली माता सीता की जन्मभूमि जनकपुर में किया जाएगा।
आयोजित किए गए ऐतिहासिक अवॉर्ड कार्यक्रम में एक दर्जन लेखकों की विभिन्न पुस्तकों का विमोचन कृषि तथा भूमि व्यवस्था मंत्री भण्डारी लाल अहिर, संस्था अध्यक्ष आनन्द गिरि मायालु तथा आयोजन संरक्षक डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव प्रेम के संयुक्त कर कमलों द्वारा किया गया है। विमोचित पुस्तकों में डॉ. विनीत विद्यार्थी दर्शन शास्त्री द्वारा लिखित कृति ” जिज्ञासा “, ” गीत कुंज “, तथा ” आदि शक्ति मां गायत्री ” , डॉ. प्रवीण कुमार श्रीवास्तव प्रेम लिखित ” लेख अंजली भाग दो ” डॉ. जय प्रकाश चौहान अजनबी की कृति ” हमारे राष्ट्रीय प्रतीक ” पुनम संतोष अग्रवाल के काव्य संग्रह ” यादों के झरोखे से ” अशोक कुमार धमेनियां की कृति ” धमेंनियां सहस्त्रावली ” गोविंद पाल के काव्य संग्रह ” महज ये वायरस नहीं ” डॉ. गोपेश बाजपेयी की काव्य कृति ” यादों के सेतु ” सुनील कुमार तिवारी के लेख संग्रह ” अनौपचारिक शिक्षा के प्रति दृष्टिकोण ” मामून रशीद की पुस्तक बंद आंख द जंगल वाइस, अरुण विष्णु गोडे की कृति महापुरुष, हिमानी तथा गौरव गाथा, ऋतंभरा शीशपाल कश्यप की कृति तथा डॉ. रवि घायल की काव्य कृति झंकार दिल के तारों की, तहरीर ए जज्बात रही है।
अपने संबोधन में कृषि तथा भूमि व्यवस्था मंत्री भण्डारी लाल अहिर ने कहा – यह आयोजन नेपाल भारत के संबंधों को मजबूत करने, देश विदेश की उल्लेखनीय प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करने तथा भाषा साहित्य के विकास के लिए एक सराहनीय कदम है हमारी सरकार भी आप लोगों का साथ सहयोग देने के लिए तयार है। आयोजन में सम्मान समारोह, नेपाल भारत साहित्य विकास साहित्य गोष्ठी, नृत्य तथा सांस्कृतिक कार्यक्रम तथा काव्य सम्मेलन का आयोजन किया गया था।
इस अवसर पर आयोजित काव्य सम्मेलन में दो दर्जन से अधिक कवियों ने काव्य पाठ किया था। तथा नेपाल तथा भारत बीच साहित्यिक सम्बंध तथा साहित्य में वर्तमान युवा की भूमिका विषयक साहित्य संगोष्ठी में दो दर्जन सहभागियों ने सहभागिता जनाई थी। गोष्ठी का संचालन वरिष्ठ युवा यू ट्यूबर मामून रशीद ने किया था।
आयोजन के अंत्य में भारत के विभिन्न 14 राज्यों तथा नेपाल के दो राज्य से उपस्थित प्रतिभा तथा सहभागियों को संस्था अध्यक्ष द्वारा धन्यवाद ज्ञापन व्यक्त किया है।