

नई दिल्ली। पूर्व केंद्रीय मंत्री मनोज सिन्हा (Manoj Sinha) को जम्मू कश्मीर का नया उपराज्यपाल बनाया गया है. वह जीसी मुर्मु (GC Murmu) की जगह लेंगे. जीसी मुर्म ने बुधवार को अपना इस्तीफा दिया था. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (Ramnath Kovind) ने जीसी मुर्मु का इस्तीफा स्वीकार कर मनोज सिन्हा को जम्मू कश्मीर का उपराज्यपाल बनाए जाने को अपनी मंजूरी दे दी है।


जम्मू कश्मीर को 5 अगस्त 2019 को केंद्र शासित प्रदेश बनाया गया था. जीसी मुर्म राज्य के पहले उपराज्यपाल नियुक्त किए गए थे. मुर्मू का इस्तीफा ऐसे दिन आया है, जब (पूर्ववर्ती राज्य) जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370के अधिकतर प्रावधानों को समाप्त किए जाने का एक साल पूरा हुआ है. गुजरात कैडर के 60 वर्षीय पूर्व आईएएस अधिकारी ने पिछले साल 29 अक्टूबर को इस केंद्र शासित प्रदेश के प्रथम एलजी के रूप में कार्यभार संभाला था।
-कौन हैं मनोज सिन्हा?
मनोज सिन्हा पूर्व में गाजीपुर से सांसद रहे हैं और पूर्वी उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के बड़े चेहरे हैं. हालांकि, 2019 का लोकसभा चुनाव वो हार गए थे, जिसे एक बड़ा झटका माना गया था. मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में मनोज सिन्हा मंत्री रह चुके हैं और उनके पास रेलवे के राज्यमंत्री और संचार राज्यमंत्री का कार्यभार था. उत्तर प्रदेश के 2017 के विधानसभा चुनाव में जब भारतीय जनता पार्टी को ऐतिहासिक जीत मिली थी, तब मनोज सिन्हा ही मुख्यमंत्री पद की रेस में सबसे आगे थे. वो दिल्ली से वाराणसी पूजा करने पहुंच गए थे और उम्मीद में थे कि मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे।


1985 बैच के आईएएस अधिकारी मुर्मू के इस्तीफे के कारणों पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है. उल्लेखनीय है कि जब नरेन्द्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे, तब मुर्मू ने उनके प्रधान सचिव के रूप में सेवाएं दी थीं. वह उप राज्यपाल के पद पर नियुक्ति के समय वित्त मंत्रालय में सचिव थे।
नया कार्यभार मिलने की संभावना
उच्च पदस्थ सूत्रों ने बताया कि मुर्मू को केंद्र में नया कार्यभार दिए जाने की संभावना है।
बहरहाल, अभी यह पता नहीं चल पाया है कि जम्मू-कश्मीर का नया उप राज्यपाल कौन होगा. जानकारी के मुताबिक मुर्मू फिलहाल जम्मू-कश्मीर में है और आज वह दिल्ली के लिए रवाना हो सकते हैं।
