नई दिल्ली,(“दिनेश शर्मा अधिकारी”। “अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक डे ” हर साल 23 जून को मनाया जाता है। आज ही के दिन 1894 में अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति की स्थापना हुई थी। यह दिन खेल और फिटनेस को समर्पित किया। इतना ही नहीं इस दिन दुनियाभर में कई कार्यक्रम आयोजित होते हैं, जिनमें ओलंपिक जगत के कई एथलीट शामिल होते हैं। इन कार्यक्रमों के जरिए यही संदेश देने का प्रयास किया जाता है कि खेल को अपने जीवन का एक अभिन्न हिस्सा बनाया जाए।
उललेखनीय है कि इंटरनेशनल ओलंपिक डे की शुरुआत 23 जून, 1948 से हुई थी। दरअसल, आधुनिक ओलंपिक खेलों का पहला आयोजन तो 1896 में हुआ था, लेकिन अंतरराष्ट्रीय ओलपिक समिति (आईओसी) की स्थापना पियरे द कुबर्तिन द्वारा 23 जून 1894 को की गई थी। आईओसी के स्थापना दिवस 23 जून को ही बाद में अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति द्वारा प्रतिवर्ष ओलंपिक दिवस के रुप में मनाया जाना शुरू किया गया।
भारत ने भी पहली बार 1900 में ओंलपिक्स में हिस्सा लिया था। तब भारत की ओर से केवल एक एथलीट नॉर्मन प्रिचर्ड को भेजा गया था, जिसने एथलेटिक्स में दो सिल्वर मेडल जीते थे। हालांकि, भारत ने आधिकारिक तौर पर पहली बार 1920 में ओलंपिक खेलों में हिस्सा लिया था। अब तक ओलंपिक खेलों में भारत ने कुल 28 पदक जीते हैं, जिनमें 9 स्वर्ण, 7 रजत और 11 कांस्य पदक शामिल हैं। सबसे ज्यादा पदक भारतीय हॉकी टीम द्वारा जीते गए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक दिवास के मौके पर भारत का प्रतिनिधत्व करने वाले सभी ओलंपियनों को ट्रिब्यूट दिया। मोदी ने ट्वीट कर कहा, “आज, ओलंपिक दिवस पर, मैं उन सभी की सराहना करता हूं जिन्होंने वर्षों से विभिन्न ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व किया है। हमारे देश को खेलों में उनके योगदान और अन्य एथलीटों को प्रेरित करने के उनके प्रयासों पर गर्व है।”
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