जमुई(मुकेश कुमार)।शहर के सरस्वती शिशु मंदिर में जेपी सेनानी संघ के सदस्यों की बैठक गुरुवार को शिवनंदन सिंह की अध्यक्षता में हुई।सदस्यों ने 25 जून को काला दिवस के रूप में मनाते हुए जिलाधिकारी को 14 सूत्री मांग पत्र सौंपने की बात कही।
सदस्यों ने बताया कि कोरोना संकट और भारत-चीन विवाद की राष्ट्रीय आपदा में जेपी सेनानी संघ सरकार के साथ खड़ी है।दिहाड़ी मजदूरों के जीवन-यापन के लिए जिले में युद्धस्तर पर रोजगार सृजित किया जाय ताकि कोई मजदूर भूखा न रहे और रोटी के लिए पलायन न करें।किसानों के हित में सरकार फसल सहायता योजना 2018 एवं रबी इनपुट अनुदान 2020 के भुगतान में शीघ्रता लाए।
खैरा प्रखंड के कुल 22 पंचायत में उक्त दोनों योजना के भुगतान में एकरूपता लाई जाए। मनरेगा योजना में जेसीबी से काम कराने पर प्रतिबंध लगे एवं हर कार्य मजदूर से कराया जाय,जन वितरण प्रणाली व्यवस्था दुरूस्त हो।नल-जल, गली-नली निर्माण योजना की सरजमीनी मॉनीटरिग हो ताकि गुणवत्तपूर्ण कार्य संपन्न हो। किसानों के उपजाए अनाज का वाजिब दाम मिले।चीन निर्मित सामान का बहिष्कार हो।शराब,बालू एवं नकली दवा के कारोबार पर कड़ा प्रतिबंध लगाया जाय,बिहार के विकास के लिए सोशल स्टेटस बढ़ाने के लिए बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिले। 74 आंदोलन के भूमिगत सेनानियों जिनका आवेदन प्राधिकार में विचाराधीन है।उसे मान्यता देते हुए उन्हें शीध्र सम्मान पेंशन लागू हो।सदस्यों ने प्रधानमंत्री से अपील करते हुए कहा कि जेपी सेनानियों को भी पेंशन राशि,एक सहायक के साथ रेल यात्रा एवं इलाज की व्यवस्था सुनिश्चित की जाय।सेनानी की संख्या अब कम ही बची है।इस मौके पर जेपी सेनानी राजेश सिंह, लक्ष्मण झा,मुन्ना साव कृष्णनंदन सिंह,टीएन सिंह आदि कई सदस्य उपस्थित थे।