देश की एकता, अखण्डता और सामाजिक समरसता के लिए सूफीवाद सशक्त माध्यम

जयपुर,। हजरत ख्वाजा सूफी अब्दुल रज्जाक शाह (र.अ.) के 10वें उर्स के अवसर पर वरिष्ठ कवि-व्यंग्यकार और मुख्यमंत्री के ओएसडी फारूक आफरीदी को उनकी साहित्यिक सेवाओं के लिए रज्जाक पब्लिक चेरीटेबल ट्रस्ट, जूनिया शरीफ, तहसील केकड़ी (अजमेर) की ओर से एक भव्य समारोह में सुदर्श साहित्य अवार्ड-2022 से सम्मानित किया गया।

ख्वाजा गरीब नवाज अजमेर के नायब गद्दीनशीन सैयद नसीरुद्दीन चिश्ती और दौसा की सांसद जसकौर मीना के सान्निध्य में खानकाह शाहे रज्जाक जूनिया शरीफ के सज्जादा नशीन हजरत सूफी डाॅ. अब्दुल लतीफ शाह ने अवार्ड प्रदान किया।
इस अवसर पर प्रतिष्ठित समाजसेवी राव आनंदसिंह और सूफी डाॅ. अब्दुल हमीद ने आफरीदी को शाॅल ओढ़ाकर एवं स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया। उल्लेखनीय है कि आफरीदी का कविता संग्रह ‘शब्द कभी बांझ नहीं होते‘, दो व्यंग्य संग्रह ‘मीनमेख‘ और ‘धन्य है आम आदमी‘ तथा ‘सूचना का अधिकार‘ आदि पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं। देश-विदेश की पत्र-पत्रिकाओं में इनकी रचनाएं अनवरत प्रकाशित होती रही हैं।
इस अवसर पर ख्वाजा गरीब नवाज के नायब गद्दीनशीन सैयद नसीरूद्दीन, दौसा की सांसद जसकौर मीना और फारूक आफरीदी ने जायरीन को सम्बोधित करते हुए कहाकि देश में अमन और शांति के लिए सूफीवाद ही एक मात्र माध्यम है जो हमें जाति, धर्म, समाज, वर्ग से ऊपर उठकर सामाजिक सद्भाव की महान परम्परा को अक्षुण्ण बनाए रखने की प्रेरणा देता है। उर्स में देश के कोने-कोने से आए 10 हजार से अधिक जायरीन सम्मिलित हुए।
इस मौके पर शांति एवं सद्भाव, शिक्षा, समाज सेवा एवं पर्यावरण संरक्षण, खेल, विज्ञान, चिकित्सा एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में योगदान करने वाले दस महानुभावों को सम्मानित किया गया।