-डॉ टैस्सीटोरी समाधि-स्थल पर श्रमदान करना उन्हें नमन स्मरण करना है-रंगा

बीकानेर.शहीद मेजर पूरणसिंह फोर्ट स्कूल में पांच दिवसीय समाजोपयोगी शिविर का प्रारंभ हुआ। शिविर के प्रथम दिन दीपक प्रज्ज्वलन कर राजस्थानी के वरिष्ठ साहित्यकार कमल रंगा ने उद्घाटन किया। उन्हेांने इस अवसर पर कहा कि बालकों में शिक्षा के साथ-साथ रचनात्मक एवं सृजनात्मक अभिव्यक्ति हेतु ऐसे आयोजन होने जरूरी है। ऐसे समाजोपयोगी शिविर के माध्यम से छात्रों में सामाजिक सरोकारों के प्रति गहरा जुड़ाव एवं लगाव होता है।
उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता शाला प्रभारी वरिष्ठ शिक्षाविद् संजय सांखला ने करते हुए कहा की शिविर के माध्यम से छात्रों से कई समाजोपयोगी गतिविधियां करवाई जाएगी। जिससे बालकों का मानसिक और शारीरिक विकास और समृद्ध होगा। संजय सांखला ने आगे बताया कि छात्रों द्वारा आज श्रमदान भी किया गया।
शाला के मनोज भद्रवाल, श्रीमती हसरत, सीमा आसियां, किरण शर्मा, अशेाक श्रीमाली, किरण बाला, सुमन महावर आदि शिक्षकों के मार्गदर्शन में आज राजस्थानी के ख्याति प्राप्त महान् इटायलियन विद्वान एल. पी. टैस्सीटोरी की समाधि-स्थल पर शिविर के सहभागी छात्रों द्वारा अत्यधिक श्रमदान कर समाधि-स्थल कि सफाई की गई।
इस अवसर पर राजस्थानी के साहित्यकार कमल रंगा ने कहा की डॉ टैस्सीटोरी समाधि-स्थल पर भयंकर कांटे झाड़ीया एवं झाड़ झंकड़ से घिरा हुआ था, जिसे छात्रों ने मन लगाकर समाधि-स्थल को साफ सुथरा किया। इससे यह स्पष्ट होता है कि छात्रों द्वारा श्रमदान के माध्यम से राजस्थानी पुरोधा को नमन स्मरण किया। जिसके लिए फोर्ट स्कूल के शाला प्रभारी शिविर प्रभारी शिक्षक एवं छात्रगण साधुवाद के पात्र है। क्योंकि अभी हाल ही में 22 नवम्बर को टैस्सीटोरी की पुण्यतिथि पर समाधि-स्थल में प्रवेश भी नहीं कर सकते थे। ऐसे में आगामी 13 दिसम्बर को होने वाली जयंती पर समाधि-स्थल पर आयोजन ढंग से हो पाएगा।
इस अवसर पर शिविर प्रभारी श्रीमती इसरत ने कहा कि श्रमदान महादान है। श्रमदान के साथ-साथ शेष दिनों में सामाजिक और सांस्कृतिक गतिविधियां आयोजित की जाएगी।

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