– कुलपति प्रो. एच.डी. चारण ने प्रदेश के सभी विश्विद्यालयों में राष्ट्रिय शिक्षा नीति के संदर्भ में मूल्य आधारित शिक्षा व्यवस्था को लागू करने का प्रारूप राज्यपाल को किया प्रस्तुत
– प्रदेश के सभी कुलपतियों से वेल्यू बेस्ड एजुकेशन के क्रियान्वयन के लिए राजभवन करेगा सुझाव आमंत्रित
– मूल्य एवं संस्कार आधारित प्रणाली ही हमारी उच्च शिक्षा व्यवस्था की धरोहर है : प्रो. एच.डी. चारण
– राजस्थान प्रदेश की उच्च एवं तकनीकी शिक्षा का नया दृष्टिकोंण पत्र
बीकानेर।शीघ्र ही प्रदेश की उच्च एवं तकनीकी शिक्षा एवं प्रदेश के सभी विश्वविद्यालय मूल्य आधारित शिक्षा व्यवस्था के नवीन स्वरूप के साथ राष्ट्रिय शिक्षा नीति के एजेंडा का क्रियान्वयन करेंगे और प्रचलित पाठ्यक्रम में संस्कार आधारित शिक्षा का समावेश कर उच्च शिक्षा के मानक मूल्य निर्धारित करेंगे इस हेतु देश की तकनीकी शिक्षा का नियमन करने वाली सर्वोच्च संस्था अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद, नई दिल्ली एवं बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय के कुलपति एच डी चारण के निर्देशन में एक विस्तृत कार्य-योजना और दृष्टिकोंण पत्र तैयार किया गया है, जिसे बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.एच.डी.चारण ने आज राज्यपाल एवं कुलाधिपति कलराज मिश्र से मुलाकात कर सौंपा। विस्तृत जानकारी देते हुए सहायक जनसंपर्क अधिकारी विक्रम राठौड़ ने बताया की कुलपति प्रो.एच डी चारण की अध्यक्षता में निदेशक अकादमिक डॉ यदुनाथ सिंह एवं डीन ह्यूमन वेल्यू डॉ अल्का स्वामी के प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल एवं विश्विद्यालय के कुलाधिपति कलराज मिश्र से शिष्टाचार भेंटवार्ता की और मूल्य आधारित शिक्षा की विस्तृत कार्ययोजना का दृष्टिकोंण पत्र सौंपा।
इस अवसर पर प्रो चारण में राज्यपाल से प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों में राष्ट्रिय शिक्षा नीति के संदर्भ में मूल्य एवं संस्कार आधारित शिक्षा व्यवस्था के प्रभावी क्रियान्वयन की मांग की और प्रदेश के सभी विश्विद्यालयों के कुलपतियों से इस सम्बन्ध में सुझाव आमंत्रित करने की मांग की साथ ही उन्होंने बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय के एतिहासिक कार्यो मानवीय मूल्यों की गौरव यात्रा का संकलन “मानवीय मूल्य शिक्षा” स्मारिका की प्रति भी भेंट की। कुलपति प्रो. चारण राज्यपाल को वेल्यू बेस्ड एजुकेशन का प्रारूप प्रस्तुत करते हुए अवगत कराया की राष्ट्रिय शिक्षा नीति में मूल्य आधारित शिक्षा को विशेष महत्व दिया गया है, यदि सम्पूर्ण प्रदेश के विश्वविद्यालयों में इसे लागू किया जाता है तो प्रदेश और उच्च शिक्षा में नए मानक निर्धारित होंगे। मूल्य आधारित शिक्षा का दृष्टिकोंण पत्र प्रगतिशील, समृद्ध सृजनशील एवं नैतिक मूल्यों से परीपूर्ण ऐसी उच्च शिक्षा व्यवस्था की कल्पना करता है जो अपने गौरवशाली इतिहास को पुनर्जीवित करने में धरातल पर काम करेगा। इस सम्बन्ध में प्रदेश के सभी कुलपतियों से सुझाव आमंत्रित कर इस का धरातल पर क्रियान्वयन किया जाएगा। कुलपतियो से प्राप्त सुझावों के आधार पर इस योजना को अंतिम रूप देकर प्रदेश सहित सम्पूर्ण देश इसका प्रभावी क्रियान्वयन किया जाएगा जिससे उच्च शिक्षा जगत लाभान्वित हो सके । राज्यपाल ने इस प्रारूप को उपयोगी और महत्वपूर्ण बताते हुए इसके शीघ्र ही क्रियान्वयन हेतु आश्वस्त किया साथ ही उन्होंने कुलपति के इस प्रस्ताव की सराहना की और प्रदेश में राष्ट्रिय शिक्षा नीति में नैतिक मूल्यों के समावेश को गौरवपूर्ण आधार स्तम्भ बताया । इस प्रारूप में उल्लेखित प्रावधानों से निसंदेह प्रदेश के विश्विद्यालय लाभान्वित होंगे, इस अवसर पर कुलपति और राज्यपाल महोदय ने वेल्यू बेस्ड एजुकेशन के क्रियान्वयन से जुड़े मह्व्त्पूर्ण विषयों पर प्रतिनिधिमंडल से साथ इस प्रारूप पर विस्तृत विचार विमर्श किया व आगामी रुपरेखा निर्धारित की। ज्ञातव्य है की अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद, नई दिल्ली देश में उच्च एवं तकनीकी शिक्षा में मानवीय मूल्यों के क्रियान्वयन पर विस्तृत कार्य योजना के साथ सम्पूर्ण देश में कार्य कर रहा है।
कुलपति प्रो. चारण ने कहा की प्रदेश में इस प्रारूप के लागू होने से उच्च शिक्षा व्यवस्था को नया आधार प्राप्त होगा और हमारे विद्यार्थी और सक्षम और सशक्त बनेंगे, राष्ट्रिय शिक्षा नीति में मूल्य आधारित शिक्षा को के विकास का मुख्य आधार माना गया है । हमारे प्रदेश के विद्यार्थी शिक्षा की नई व्यवस्था के साथ नवीन आयाम स्थापित करेंगे और प्रदेश में मानवीय मूल्यों का नया वातावरण तैयार होगा। तकनीकी शिक्षा के विधार्थियों के नैतिक उन्नयन हेतु बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय ने मानवीय मूल्य को अपने पाठ्यक्रम में शामिल कर सम्पूर्ण प्रदेश के सम्बद्ध अभियान्त्रिकी महाविद्यालयों में इस अभियान का सफलतापूर्वक प्रभावी क्रियान्वयन किया है, जिसके आशाजनक परिणाम सामने आए है। प्राचीन ज्ञान प्रणाली के संरक्षण के साथ बीटीयू ने अपने विद्यार्थियों, संकाय सदस्यों को नैतिक मूल्यों के स्वरूप से अवगत कराया है। उन्होंने कहा की इस दृष्टिकोंण पत्र के क्रियान्वयन से राजस्थान प्रदेश में उच्च शिक्षा के विद्यार्थी लाभान्वित होंगे और अपने संस्कारों के संरक्षण के साथ देश में सिरमौर बनेंगे।
कुलपति प्रो. चारण ने कहा की नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति में स्पष्टता के साथ एक बहुत ही उपयुक्त समय पर शिक्षकों, छात्रों, हितधारकों,
एक परिचय : एआईसीटीई मूल्य आधारित शिक्षा का दृष्टिकोंण पत्र
अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद, नई दिल्ली के मानवीय मूल्य प्रभाग दुवारा विषय विशेषज्ञयों के निर्देशन में तैयार मूल्य आधारित शिक्षा का दृष्टिकोंण पत्र सम्पूर्ण देश में राष्ट्रीय शिक्षा नीति की भावना के अनुरूप मूल्य आधारित शिक्षा प्रणाली को लागू करने पर बल देता है। मानवीय मूल्यों का यह मार्गदर्शक दस्तावेज सम्पूर्ण देश में उच्च शिक्षा में गुणवत्ता और संस्कारित वातावरण तैयार करने, राष्ट्रीय विकास और वैश्विक कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है। भारतीय ज्ञान प्रणाली को आधार मानते हुए इस दस्तावेज के निर्माताओ ने शिक्षा के साथ संस्कारित विद्यार्थियों की भावी पीढी तैयार करने की रुपरेखा के साथ इसे अंतिम रूप दिया है। देश के संस्कार आधारित गौरवशाली भारतीय परंपरा को जारी रखने का यह दस्तावेज मूल्य आधारित शिक्षा व्यवस्था के विभिन्न पहलुओं को समग्र रूप से परिभाषित करता है। ज्ञान, विज्ञान और तकनीक के इस युग में शिक्षा, शोध और नवाचार महत्वपूर्ण मुद्दे है इसी ‘‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’’ की भावना को आत्मसात करते हुए नैतिक मूल्यों को बढ़ावा देने की व्यवस्था के साथ इस दृष्टिकोंण पत्र को तैयार किया गया है। मूल्य आधारित शिक्षा का दृष्टिकोंण पत्र प्रगतिशील, समृद्ध सृजनशील एवं नैतिक मूल्यों से परीपूर्ण उच्च शिक्षा व्यवस्था की कल्पना करता है । देश में समग्र मूल्यों पर आधारित शिक्षा के लिए अनुकूल वातावरण तैयार करने के लिए अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद ने बहुत ही दूरदर्शिता और और मजबूत नीति के साथ इस दस्तावेज को तैयार किया है । गहन अनुसन्धान, निष्कर्ष और विभिन्न पाठ्यक्रमो, वार्ताओं, बैठकों व विस्तृत रुपरेखा के साथ इसका अध्ययन कर इस विजन दस्तावेज को तैयार किया गया है जिसे कुलपति चारण ने राज्यपाल के प्रदेश में क्रियान्वयन के लिए सौंपा है। ज्ञातव्य है की कुलपति प्रो एचडी चारण इस यूनिवर्सल ह्यूमन वेल्यू की राष्ट्रिय समिति के चेयरमैन भी है जिनके सफल निर्देशन में राजस्थान राज्य में बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय में इस कार्यक्रम का प्रभावी क्रियान्वयन किया गया है, जिसे राष्ट्रीय स्तर और प्रदेश की तकनीकी शिक्षा में नैतिक उन्नयन के नवाचार के रूप में रेखांकित किया गया है ।
निदेशक, अकादमिक डॉ यदुनाथ सिंह एवं मानवीय मूल्य संकाय की डीन डॉ अल्का स्वामी ने विश्वविध्यालय की मानवीय मूल्यों की गौरव यात्रा पर प्रकाश डालते हुए बताया की कुलपति प्रो.एच.डी चारण के सफल निर्देशन में मानवीय मूल्यों की गौरव यात्रा की नींव डाली गई थी। डॉ अल्का ने बताया की विश्विद्यालय दुवारा इसे प्रदेश के सभी सम्बद्ध 42 महाविद्यालयों में लागू किया गया है जिसके आशाजनक परिणाम सामने आए है। अब तक आयोजित असंख्य कार्यशालाओ, प्रशिक्षण कार्यक्रम, प्रेरणा शिविर बैठकों व वेबिनार्स,स्टूडेंट इंडेक्सन प्रोग्राम के माध्यम से इसका सफल क्रियान्वयन किया जा चुका है। मानव मूल्य कार्यक्रम को गति देने के उदेश्य के विश्विद्यालय दुवारा पृथक से एक शिक्षा संकाय, 5 नोडल केन्द्रों के स्थापना, प्रत्येक महाविद्यालय स्तर पर एक नोडल केंद्र की स्थापना व नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए है। अब तक 650 शिक्षको को प्रशिक्षित किया जा चुका है। बी.टेक. पाठ्यक्रम में मानवीय मूल्य के विषय को शामिल किया गया है। दो ही वर्षो की अप्लावधि में सुखी आनन्दम जीवन की 22 कार्यशालो के माध्यम से लगभग 7500 विधार्थी लाभान्वित हो चुके है। सार्वभौमिक मानवीय मूल्यों पर आधारित आयोजित कार्यक्रमों से केवल छात्र ही नहीं बल्कि उनके परिजन भी लाभान्वित हो रहे हैं । प्रो एच डी चारण द्वारा बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय स्थापित होने के साथ ही सार्वभौमिक मूल्य के विषय पर काम की शुरुआत कर दी थी, माननीय कुलपति प्रो. चारण स्वयं इस अभियान की राष्ट्रिय कोर कमेटी के चेयरमैन है।