– प्रबंध संकाय में एग्रीबिजनेस पाठ्यक्रम करने वाला बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय प्रथम विश्वविद्यालय बना
– एग्रीबिजनेस पाठ्यक्रम आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना साकार करेगा : एचडी चारण कुलपति*
बीकानेर। बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय द्वारा प्रबंधन संकाय में एग्रीबिजनेस पाठ्यक्रम का सत्र 2020-21 से शुभारंभ किया गया है इस अवसर पर इस पाठ्यक्रम की विवरणिका का माननीय कुलपति महोदय एच डी चारण दुवारा ने विमोचन किया गया।इस अवसर पर कुलपति महोदय ने कहा कि भारत एक कृषि प्रधान देश है और कृषि प्रबंधन में युवाओं के लिए अपार संभावना है आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना ही आगामी समय में कृषि आधारित उद्योग व्यवस्था से साकार होगी पूरे देश में लगभग 50% अधिक कृषि कारोबार से रोजगार जुड़े हुए हैं।
आज भी यह क्षेत्र नवीन संरचना एवं तकनीक के अभाव में समस्याओं से जूझ रहा है ऐसे समय में बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय द्वारा इस पाठ्यक्रम को प्रारंभ करने इसके अनुसन्धान को बढ़ावा मिलेगा।
निदेशक अकादमिक डॉ यदुनाथ सिंह ने कहा कि समय की मांग के साथ युवाओं में इसके प्रति रुझान बढ़ा है साथ ही कृषि के साथ तकनीक का समन्वय स्थापित होने से कृषि पाठ्यक्रम को एक नई दशा और दिशा मिलेगी। डीन एसके बंसल ने बताया कि के पाठ्यक्रम ग्रामीण क्षेत्र में उद्यमिता को बढ़ावा देगा और स्वरोजगार की परिकल्पना को साकार करेगा। डॉ. अलका स्वामी ने इस पाठ्यक्रम की विस्तृत रूपरेखा एवं व प्रवेश सम्बन्धी जानकारी प्रदान की।
अवसर पर डॉ हेम अहूजा,डॉ ममता पारीख, डॉ राकेश परमार,डॉक्टर रुमा भदौरिया, डॉआलोक आचार्य उपस्थित थे।
वही दूसरी और यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी में प्रभावी शिक्षण की अधिगम प्रक्रिया के आईसीटी आधारित उपकरण कार्यशाला का शुभारंभ कुलपति एचडी चारण द्वारा किया गया। कार्यशाला के संयोजक संदीप कुमार ने बताया कि कार्यशाला फैकल्टी से संबंधित सूचना प्रौद्योगिकी महत्व के बारे में आयोजित की गई है। कॉर्यशाला के मुख्य वक्ता कमलेश पटेल, निदेशक, सीबीसी सेंटर आरआर यूनिवर्सिटी गुजरात ने संबोधित करते हुए आईसीटी आधारित उपकरणों की तकनीक उनके प्रभाव उनकी कार्यशैली व उनके उपयोग से सभी को अवगत कराया। संयोजक जय भास्कर ने बताया कि आईसीटी तकनीक से हम हमारी स्किल को बेहतर बना सकते हैं।के माध्यम से इंटरनेट का यूज करना पर एक दूसरे में संप्रेषण की आईसीटी की देन है।