बीकानेर। स्वास्थ्य विभाग द्वारा रविवार को पल्स पोलियो महाअभियान के तहत पर 0 से 5 वर्ष तक के 3 लाख 8 हजार 119 बच्चों को बूथों पर ओरल पोलियो वैक्सीन की 2 बूँदें पिलाई गई। लिहाजा कुल लक्ष्य का 81.94 प्रतिशत पहले दिन हासिल कर लिया गया। महाअभियान का जिला स्तरीय शुभारम्भ श्रीगंगानगर रोड़ स्थित झुग्गी में स्थापित बूथ पर सीएमएचओ डॉ बी.एल. मीणा व आरसीएचओ डॉ रमेश गुप्ता ने बच्चों को बाईवेलेंट पोलियो ड्रॉप्स पिलाकर पूरे जोश के साथ किया। इस अवसर पर मौजूद डॉ लोकेश गुप्ता व रोटरी क्लब सदस्यों ने भी बच्चों को ओपीवी पिलाई। सीएमएचओ डॉ. मीणा ने बताया कि शहर से लेकर गाँव तक “2 बूँद जिंदगी की हर बार, पोलियो पर जीत रहे बरकरार” का नारा बुलंद हुआ और जागरूक माता-पिता सुबह-सवेरे ही अपना फर्ज निभाने अस्पतालों, आंगनवाड़ी केन्द्रों व अन्य प्रमुख स्थानों पर बनाए गए पोलियो बूथ पहुंचे। बीएसएफ क्षेत्र में भी चिकित्सकों ने बच्चों को पोलियोरोधी दवा पिलाई।
आरसीएचओ डॉ. रमेश गुप्ता ने बताया कि पल्स पोलियों महाअभियान के तहत जिले में 1513 स्थायी बूथ, 47 मोबाइल टीम्स, 290 सुपरवाइजर व 6090 वैक्सीनेटर्स की सहायता से बच्चों को पोलियो रोधी दवा पिलाई गई। सभी मुख्य रेलवे स्टेशन व बस स्टैंड पर भी ट्रांजिट बूथ की सहायता से ये कोशिश की गई की एक भी बच्चा पोलियो की खुराक से वंचित न रहे। ग्रामीण क्षेत्रों में इस बार अभियान का जोश अलग ही रहा। औद्योगिक क्षेत्रों, ईंट भट्टों व ढ़ाणियों के मजदूर परिवारों व निर्माण साइटों पर भी अधिकाधिक बच्चों को ढूंढ-ढूंढ कर प्रतिरक्षित किया गया।
लापरवाही के लिए 3 को थमाया नोटिस
अभियान की मोनिटरिंग के दौरान लापरवाही बरतने पर पीएचसी कालू के डॉ गोविन्द सैनी, पीएचसी सुरनाणा के मेल नर्स जयपाल गौड़ व दुलचासर के बजरंग कुमार को सीएमएचओ डॉ मीणा ने नोटिस जारी किया है। उपनिदेशक बीकानेर संभाग डॉ संदीप अग्रवाल व डब्ल्यूएचओ के डॉ अनुरोध तिवारी द्वारा बीकानेर शहर व ग्रामीण क्षेत्रों में अभियान की गुणवत्ता को परखा। इसके आलावा डॉ रमेश गुप्ता, डॉ सी.एस. मोदी, डॉ नवल किशोर गुप्ता, यूएनडीपी के योगेश शर्मा, डीपीएम सुशील कुमार व नेहा शेखावत सहित जिला एवं खण्ड स्तरीय अधिकारियों ने भी शहर से लेकर
गाँव तक अभियान की मोनिटरिंग की।
अब 2803 टीमें घर-घर पिलाएंगी ओपीवी
आरसीएचओ डॉ गुप्ता ने बताया कि 20 व 21 जनवरी को पोलियो बूथ पर कार्यरत चार सदस्यीय दल दो टीमों में विभक्त होकर सम्पूर्ण जिले में घर-घर जाकर बूथ पर दवा पीने से वंचित रह गये बच्चों को ढुंढते हुये पोलियो के विरूद्ध प्रतिरक्षण का कार्य करेगें। घरों में विजिट के दौरान बच्चों की उपस्थिति, अनुपस्थिति एवं पोलियो वेक्सीन पीने के आधार पर घरों पर मार्किंग करेगें। जब तक शत प्रतिशत बच्चे प्रतिरक्षित ना हो जाएं अभियान जारी रहेगा।