सवांददाता, के,के,कुशवाहा

आगरा। सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी के साथ वायरल हो रहा है। इस वीडियो में एक मासूम रेलवे इंजन के बीच मे फंसा हुआ है। बच्चा रो रहा है और उसे ट्रेन के लोको पायलेट और असिस्टेंट लोको पायलट बचाने का प्रयास कर रहे हैं। इस वीडियो को जिसने भी देखा दंग रहा गया। सोशल मीडिया पर जो वीडियो वायरल हो रहा है वो 21 सितंबर का है।

अक्सर एक कहावत सुनने को मिलती है कि “जाको राखे साइयां मार सके न कोय” यह कहावत उस समय चरितार्थ हो गई जब बल्लभगढ़ रेलवे स्टेशन के पास एक दो साल के मासूम को उसके ही भाई ने चलती ट्रेन के सामने फेंक दिया। गनीमत रही कि लोको पायलट और असिस्टेंट लोको पायलट अतुल आनंद ने हिम्मत दिखाकर इमरजेंसी ब्रेक लगा दिए और बच्चे की जान बचा ली। उसे सकुशल उसकी मां को सौंप दिया। बाद में जब ट्रेन आगरा पहुंची तो उसने इसकी लिखित जानकारी आगरा रेलवे मंडल के अधिकारियों को दी जिसके बाद डीसीएम ने लोको पायलट की जमकर तारीफ की।

इस पूरे मामले का वीडियो भी सोशल मीडिया पर तेजी के साथ वायरल हो रहा है जिसमें मासूम ट्रैन के इंजन के बीचों बीच फंसा हुआ है। बताया जा रहा है कि यह मालगाड़ी 21 तारीख को फरीदाबाद से चली थी। इसी दौरान बल्लभगढ़ स्टेशन के पास अचानक ही एक 15 साल के लड़के ने 2 साल के मासूम को उछाल कर ट्रैक पर फेंक दिया। ट्रेन में तैनात आगरा मंडल के लोको पायलट दीवान सिंह ने तत्काल इमरजेंसी ब्रेक लगाए जिससे मासूम की जान बच गयी।

लोको पायलट ने बताया कि ब्रेक लगाने पर जब वह नीचे उतरा तो बच्चा पहियों के बीच फंसा था। हालांकि, सकुशल था और बहुत डर गया था। लोको पायलट ने उसे इंजन से निकाल कर मां के सपुर्द कर दिया। इस पूरी घटना की जानकारी उसने आगरा छावनी स्टेशन पर वरिष्ठ मंडल विद्युत अभियंता उत्तर मध्य रेलवे को वीडियो समेत लिखित जानकारी दी। लोको पायलट और असिस्टेंट लोको पायलट की सूझबूझ से एक मासूम की जान बच गयी।