जयपुर। पीपल्स ग्रीन पार्टी लगातार गत 1 वर्ष से केंद्र व राज्य सरकार के काले कानून 17A व SOP जो भ्रष्टाचारियों को संरक्षण देता है का लगातार विरोध करती आ रही है और तब तक करती रहेगी जब तक सरकारें इस काले कानून को वापस नहीं ले लेती। अब इसी कड़ी को आगे बढ़ाते हुए पीपल्स ग्रीन पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री डॉ. तन्मय ने बताया कि सरकार भ्रष्टाचारियों को संरक्षण देने तथा उनके तथाकथित मानवाधिकारों की रक्षा के नाम पर उनको भ्रष्टाचार में लिप्त पाए जाने पर उनके नामों को सार्वजनिक नहीं किया जाएगा।
इस कानून के तहत भ्रष्ट कर्मचारी रंगे हाथ पकड़े जाने के बाद उनका नाम सरकार उजागर नहीं करेगी जो सरकार भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस का दावा करती है वह उनकी पहचान को छिपाकर उनको संरक्षण दे रही है इस कानून के तहत भ्रष्ट कर्मचारी की सारी जानकारियां गोपनीय रखने का प्रावधान करना चाहती है ऐसे तुगलकी फरमान को तुरंत निरस्त किया जाना चाहिए। यह राजस्थान की आम जनता के साथ धोखा है ट्रैप के मामले में दोषसिद्ध होने वाले आरोपियों के नाम और फोटो सार्वजनिक होनी चाहिए यदि ऐसा नहीं होता है तो रिश्वत लेकर गिरफ्तार होने वाले कर्मचारी को खुली छूट मिल जाएगी कहीं भ्रष्ट दोषमुक्त होने से पहले ही बहाल हो जाते हैं उन्हें पता है कि पहचान तो उजागर होगी नहीं इसलिए सरकार इस आदेश को तुरंत प्रभाव से निरस्त करें
पीपल्स ग्रीन पार्टी सरकार के इस निर्णय का पुरजोर से विरोध करती है तथा इस काले कानून को वापस लेने की मांग करती है। तथा हम सरकार के इस निर्णय को वापस लेने पर मजबूर कर देंगे पीपल्स ग्रीन पार्टी का प्रत्येक कार्यकर्ता इस बात का संकल्प लेता है कि हम राजस्थान को भ्रष्टाचार की पनाहगाह नहीं बनने देंगे ।
पीपल्स ग्रीन पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा 5 जनवरी 2023 को शाम 4:00 बजे पीपल्स ग्रीन पार्टी मुख्यालय मिशन कंपाउंड गोपालवाड़ी जयपुर में मुख्यमंत्री का पुतला दहन कर जोर – शोर से विरोध जताया। इस विरोध प्रदर्शन में उपस्थित राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मो. नसीम अंसारी , राष्ट्रीय सचिव इं गौरव , प्रदेश महामंत्री संगठन मेघराज कुमावत, डॉ राम प्रकाश भाघेल,मुकेश शर्मा, एड.महिपाल , प्रशांत त्यागी,राहुल शर्मा, अमीर सिंह कुशवाह, गुड्डू भाई,
मनीराम,कमलेश चौधरी, नितिन पाठक, शुभम परवाल, अंकित सोमानी आदि कार्यकर्ता मौजूद थे।