– अशोक मेहता, इंदौर (लेखक, पत्रकार, पर्यावरणविद)

अमूमन कई परिवारों में यह देखा गया कि माता पिता बच्चों को पुलिस के नाम से या फिर भूत के नाम से डराते हैं। बच्चों के नाजुक दिल पर और कच्चे मानस पर पुलिस नाम का हव्वा बन एक अनजान सा डर उनके दिल दिमाग पर छा जाता है और जब वह बच्चा बड़ा होता है तो ताह जिंदगी वह पुलिस से डरता है और इसी डर का कई बार पुलिस नाजायज फायदा भी उठा सकते है। भूत नाम की कोई चीज होती ही नहीं तो भी भूत के नाम से डराया जाता है बच्चा इतना घबराया हुआ बड़ा होता है कि वह अकेले भी दरवाजा खोलने में डरता है।

डरा हुआ इंसान कभी किसी का कोई सामना नहीं कर पाता बड़ी मुश्किल से कोई व्यक्ति दबंगता पा लेते हैं पर अधिकतर दब्बू किस्म के ही रह जाते हैं। कहने का मतलब यह है कि आप बच्चे के दिमाग पर क्यों गलत असर डालते हैं बच्चों को सिखाओ पुलिस हमारी दोस्त है और दोस्त हमेशा एक दूसरे की मदद करते हैं। भूत वगैरह कुछ नहीं होता है डरने की जरूरत नहीं है। परिवार वालों ने बच्चों के लिए काला बाबा, भूत, पुलिस यह सब कैरेक्टर डराने के लिए खड़े कर दिए और या डर बच्चों को आंतरिक रूप से बहुत कमजोर कर देता है।