सुधांशु कुमार सतीश

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज देश को संबोधित करते हुए कोरोना वायरस के कारण लॉक डाउन को 3 मई तक बढ़ाने का ऐलान किया है। उन्होंने देशवासियों से अपील किया है कि अनुशासन का सख्ती से पालन करें। उन्होंने कहा कि नए Hotspot बने तो हमारी मेहनत बेकार चली जायेगी । इसलिए कठोरता बढ़ाई जाएगी और 20 अप्रैल तक हर जिले को बहुत बारीकी से परखा जाएगा। इसका मूल्यांकन किया जायेगा। जो क्षेत्र Hotspot नहीं बढ़ने देंगे वहां 20 अप्रैल से जरूरी गतिविधियों में सुविधा दी जा सकती है। यह भी शर्त के साथ होगी। बाहर निकलने की शर्तें भी सख्त होंगी। कुछ भी गड़बड़ हुई तो अनुमति रद्द कर दी जाएगी ।

पीएम ने कहा कि कल गाइडलाइन जारी की जाएंगी। गरीबों और दिहाड़ीदारों का ख्याल रखा जायेगा। किसानों की दिक्कतों का भी ख्याल रखा जायेगा। पीएम ने कहा कि दवाईं और जरूरी चीजें देश में उपलब्ध हैं। कोरोना टेस्टिंग का दायरा भी बढ़ाया गया है।

मोदी ने सात बातों पर जोर दिया। बुजुर्गों का जिन्हें पहले से बीमारी हैं का ख़ास ख्याल रखें, आपसी दूरी का पूरा पालन करें, घर में बने मास्क का उपयोग करें, आयुष मंत्रालय की निर्देशों-सलाह का का पालन करें, कोरोना को रोकने के लिए आरोग्य सेतु मोबाइल एप्प डाउन लोड करें, जितना हो सके गरीबों की मदद और देख रेख करें, आपने व्यवसाय के साथी लोगों का ख्याल रखें किसी को नौकरी से न निकालें और कोरोना की लड़ाई में जुटे का सम्मान करें। जो लोग डाक्टर, नर्सें, सफाई कर्मचारी और अन्य सभी आदि जो कोरोना की जंग में फील्ड में काम कर रहे हैं उनका गौरव और सम्मान करें। राज्य सरकारों ने भी इसमें बहुत जिम्मेदारी के साथ काम किया है। उन्होंने 24 घंटों हालत को संभाला है।

उन्होंने कहा कि कोरोना जिस तरह फ़ैल रहा है उसने सरकारों को और सतर्क किया है। हम कोरोना से जीतें कैसे, इन पर राज्यों के साथ निरंतर चर्चाएं हुई हैं। हर किसी का यही सुझाव है कि लॉक डाउन की अवधि को बढ़ाया जाए।

पीएम ने जनता से कहा कि आपके त्याग के कारण हम इसपर काफी हद तक काबू पाने में सफल रहे हैं। काफी लोगों को दिक्कते भी आई हैं। यह बाबा साहब आंबेडकर को सच्ची श्रद्धांजली है। उनसे प्रेरणा मिलती है। देश भर में त्योहारों का भी समय है।

मोदी ने कि आज पूरे विश्व में कोरोना की जो स्थिति है उससे हम सब परिचित हैं। भारत ने कैसे अपने यहाँ संक्रमण को रोकने की कोशिश की आप भी इसके सहभागी हैं। जब हमारे यहाँ एक भी केस नहीं था तभी एयरपोर्ट पर स्क्रीनिंग शुरू कर दी गयी थी। फिर 14 दिन का आईसोलेशन शुरू कर दिया था। जब 550 केस थे लॉक डाउन कर दिया गया।

उन्होंने कहा कि किसी से तुलना नहीं की जा सकती। लेकिन सच्चाई हैं कि दुनिया के सामर्थ्यवान देशों को देखें तो भारत की स्थिति कहीं अच्छी है। आज कई देशों में भारत के मुकाबले कोरोना के केस 25-30 फीसदी ज्यादा बढ़ गए हैं। हजारों लोगों की दुखद मृत्यु हो चुकी है।

लेकिन कोरोना जिस तरह फ़ैल रहा है उसने सरकारों को और सतर्क किया है। हम कोरोना से कैसे जीते, इन पर राज्यों के साथ निरंतर चर्चाएं हुई हैं। हर किसी का यही सुझाव है कि लॉक डाउन को बढ़ाया जाए।