-दर्जनों महादलित व अल्पसंख्यक समुदायो में गरीब राशन केरोसिन के लिए मचा त्राहिमाम

बिहार(सुपौल)(ओम एक्सप्रेस ब्यूरों)-सुनने में गरीबों को खाद्य सुरक्षा योजना के तहत दो रुपये प्रति किलो गेहूं और तीन रुपये प्रति किलो आवंटित किये जाने वाला चावल आपको भले ही कुछ खास नहीं लगता हो पर इसमें हर माह विभागीय पदाधिकारी ठेकेदार की मिलीभगत से जनवितरण प्रणाली विक्रेताओं के द्वारा लॉक डाउन के घोर संकट में भी लाखों का वारा न्यारा हो रहा है।जिले के त्रिवेणीगंज अनुमंडल क्षेत्र में जन वितरण प्रणाली लूट खसोट का अड्डा बन चुका है।गरीबों के अनाज को सीधे कालाबाजारियों के हाथों सौंपे जाने के कारण गरीबों के पेट में सेंधमारी हो रही है।इन प्रखंडों के कई पंचायत में राशन वितरण में गड़बड़ी की बात सामने आ रही है। गरीब उपभोक्ता राशन -केरोसिन के लिए परेशान है।प्रखंड मुख्यालय से जिला मुख्यालय तक उनकी समस्याओं को सुनने वाला कोई नहीं है।इस प्रकार डीलरों की मनमानी विभागीय अधिकारियों की मिलीभगत से जारी है और उपभोक्ता हित हाशिये पर है।ग्रामीणों की शिकायत है कि राशन-केरोसिन के लिए पीडीएस दुकानों के कई बार चक्कर लगाने के बाद भी काफी मुश्किल से मिल पाता है।ताजा मामला त्रिवेणीगंज प्रखण्ड क्षेत्र के लतौना उत्तर पंचायत वार्ड नम्बर 12 के जनवितरण प्रणाली विक्रेता विनोद के द्वारा लाभुकों को कम अनाज देने व अभद्रता के साथ कार्ड जबरन रख लेने सहित कई मामले को लेकर शनिवार को दर्जनों लाभुकों ने अनुमंडल कार्यालय के समीप जनवितरण प्रणाली विक्रेता के मनमानी के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन कर एसडीएम विनय कुमार सिंह को भी ज्ञापन सौंपा।जनवितरण प्रणाली विक्रेता के इस रवैये से दर्जनों महादलित व अल्पसंख्यक समुदायो में गरीब राशन केरोसिन के लिए त्राहिमाम मचा हुआ है।शिकायत बनती है उगाही का साधन-कई उपभोक्ताओं ने नाम नहीं छापने के शर्त पर बताया कि गरीबों को अनाज के बदले दोहरी मार झेलनी पड़ती है।पीडीएस दुकानदारों की शिकायत यदि अनुमंडल के किसी वरीय अधिकारी से किया जाता है तो वह विभागीय कमाई का जरिया बन जाता है।अधिकारी उस शिकायत पत्र को दिखाकर कार्रवाई के नाम पर आर्थिक दोहन करता है।वहीं पीडीएस दुकान दार भी शिकायत करने वाले पर प्रतिशोधात्मक कार्रवाई कर उस व्यक्ति को अनाज देने में फिर से परेशान करने लगता है। जिससे गरीबों की समस्या जस की तस रह जाती है।कई लोग तो अब राशन केरोसिन से तौबा भी करने लगे हैं।इस बाबत एसडीएम विनय कुमार सिंह ने बताया कि मामले को लेकर 24 घन्टा के अंदर जांच के लिए आपूर्ति पदाधिकारी को कह दिया गया है।

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