गुरुग्राम ,(दिनेश शर्मा “अधिकारी “)। संयुक्त किसान मोर्चा ने सारे देश के किसानों से किसान आंदोलन में शामिल होने की अपील के साथ-साथ “एम एस पी दिलवाओ अभियान” की शुरुआत की।
शुक्रवार कोशाहजहांपुर-खेड़ा बॉर्डर पर आमसभा को संबोधित करते हुए किसानों ने कहा कि बार्डर पर मोर्चा कायम रखते हुए सरकार को बताना पड़ेगा कि आप राजा होने का भ्रम छोड़ दीजिए।
आप सेवक हैं देश के असली मालिक किसान है अतः केंद्र की भाजपा-आरएसएस सरकार को देश के असली मालिक किसान की मांगे तुरंत मान लेना चाहिए और भविष्य में भी कृषि संबंधी कोई भी नीति किसान प्रतिनिधियों की सलाह के बिना नहीं बनानी चाहिए।
– छ:मार्च को किसानों को विभिन्न बॉर्डर पर बैठे सौ दिन पूरे हो जायेंगे। यह पूरा समय किसानों ने दमन, झूठे मुकदमों, व सरकारी तौर पर आंदोलन को बदनाम करने की साजिशों के रूप में झेला है।
अतः छ मार्च को पूरे देश मे सरकारी दमन के विरोध दिवस के तौर पर मनाया जायेगा। इस दिन किसान और वे सब लोग जो आंदोलन के साथ है,अपने घरों पर काले झंडे लगाएंगे तथा काली पट्टी बांधेंगे।
इसके अलावा दिल्ली के चारों ओर के.एम.पी.रोड को ग्यारह बजे से चार बजे तक जाम किया जायेगा।
– आठ मार्च को महिला दिवस है उस सभी मोर्चा पर महिलाएं भारी तादाद मे एकत्रित होंगी और अपने हक अधिकारों की बात के साथ साथ किसान आंदोलन का हिस्सा बनेगी। महिलाएं पहले भी किसान आंदोलन का सक्रिय हिस्सा है ।
– पंद्रह मार्च को देश के श्रमिक, कर्मचारी व किसान मिलकर केंद्र सरकार की किसान मजदूर विरोधी नीतियों के खिलाफ मिलकर देश व्यापी विरोध प्रकट करेंगे। किसानों के आंदोलन को मजदूर संगठनों का पहले से सक्रिय समर्थन मिल रहा है अब किसान मजदूर मिलकर सरकार की देश की बेचने की नीतियों का व किसानों मजदूरों पर हो रहे हमलों का विरोध करेंगे।
राज्य मे और देश में किसान दोनों मोर्चा पर एक साथ काम करेंगे गाँव मे खेती किसानी मिलजुल कर एक दूसरे के सहयोग से संभालेंगे और बार्डर पर पड़ाव में भी हर घर से एक आदमी की हाजरी पक्की करेंगे। दूसरे __स्थानीय स्तर पर व्यापारी, मजदूर, खेतिहर मजदूर सब मिलकर आंदोलन की मजबूती के लिए काम करेंगे।