

बीकानेर। श्री पीपा क्षत्रिय समाज, बीकानेर द्वारा शीतला गेट के अंदर श्री पीपा क्षत्रिय भवन में चल रही श्रीमद् भागवत- कथा के दूसरे दिन पंडित विजय शंकर छंगाणी ने सर्वप्रथम जितेंद्र कच्छावा तथा सौरभ दैया द्वारा सपत्निक पूजन करवाया। आयोजन से जुड़े मुरलीधर दैया ने बताया कि, कथावाचक पंडित विजय शंकर छंगाणी ने आज भागवत कथा के प्रथम स्कंद के अंतर्गत “अधिकार लीला” का वर्णन किया तथा भगवान के 24 अवतारों की विस्तृत विवेचना की।
उन्होंने कहा कि धर्म से मोक्ष की प्राप्ति तथा धन से धर्म की प्राप्ति होती है। उन्होंने माता-पिता और गुरु की सेवा को सबसे बड़ा धर्म होने की बात कही। उन्होंने कहा कि सूत जी महाराज ने मनुष्य जीवन में कृष्ण सेवा को ही मोक्ष का साधन बताया है। इसीलिए कुंती ने भगवान श्री कृष्ण से सुख की बजाय दुख मांगा क्योंकि सुख में परमात्मा को हम भूल जाते हैं और दुख में भगवान को हम याद करते हैं।
भीष्म पितामह को इच्छा मृत्यु का वरदान प्राप्त था। धर्मराज युधिष्ठिर तथा श्री कृष्ण भगवान, भीष्म पितामह के पास पहुंचे और धर्मराज युधिष्ठिर को भीष्म पितामह ने धर्म से राजनीति का पालन करने का उपदेश दिया और भीष्म पितामह ने श्री कृष्ण की 36 स्वरूपों में स्तुति की तब श्री कृष्ण ने साक्षात मोर मुकुट, पीतांबर तथा सुदर्शन चक्र धारण करके उन्हें दर्शन दिया तथा मोक्ष की प्राप्ति करवाई।
कथा में लक्ष्मण सोलंकी,किशोर कुमार सोलंकी, मोडाराम सोलंकी, सुरेश कच्छावा, मनोज सोलंकी, ओम दैया, पूनमचंद सोलंकी, जीतू कच्छावा ,जतन लाल सोलंकी, चोरुलाल सोलंकी, ममोल बाई,भारती देवी टाक, शारदा देवी, मन्जु गोयल पूर्व पार्षद, सन्तोष देवी टाक व सभी पीपा क्षत्रिय गण्यमान्य व्यक्ति उपस्तिथ थे। ओम प्रकाश दैया ने बताया कि कल 14 तारीख सोमवार शाम को 5 बजे नृसिंह अवतार लीला होगी।
