मोबाइल और टेलीविजन से बच्चों दूर रखना चाहिए : शिक्षामंत्री डॉ. कल्ला


बीकानेर( कविता कंवर राठौड़ )। रानी बाजार के चौपड़ा कटला स्थित सेमूनो इंटरनेशनल टेक्नो स्कूल का वार्षिक उत्सव एवं पुरस्कार वितरण समारोह ‘हीरे की खोज’ का आयोजन रानी बाजार इंडस्ट्रीयल एरिया स्थित जिला उद्योग संघ भवन में हुआ। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित करते हुए
शिक्षा मंत्री डा.बी.डी कल्ला ने कहा कि शिक्षा के बिना जीवन अधूरा है। उन्होंने विभिन्न उदाहरणों के माध्यम से शिक्षा का महत्व बताया और कहा कि शिक्षा का व्यापक प्रचार प्रसार होना चाहिए। डॉ. कल्ला ने कहा कि शिक्षा किसी भी व्यक्ति के सर्वांगीण विकास का सबसे सशक्त माध्यम होती है। इसके मद्देनजर अभिभावकों को चाहिए कि वे अपने बच्चों को शिक्षा के बेहतरीन अवसर प्रदान करें। उन्होंने अभिभावकों से आह्वान करते हुए कहा कि बच्चों को मोबाइल और टेलीविजन से दूर रखें तथा बच्चों के संतुलित आहार पर विशेष ध्यान दें। उन्होंने कहा कि पाठ्यक्रम के साथ साथ उच्च स्तरीय सन्दर्भ तथा प्रायोगिक ज्ञान भी स्टूडेंट्स को दिया जाना चाहिये। डॉ कल्ला ने सेमूनो स्कूल के नवाचारों की भूरि भूरि प्रशंसा करते हुए कहा कि ऐसे कार्यक्रम बच्चों में नई ऊर्जा का संचार करते हैं। इस अवसर पर डॉ. कल्ला ने राजस्थान विधान सभा में सयुंक्त राष्ट्र संसदीय दल द्वारा आयोजित बाल सत्र में प्रतिनिधित्व करने वाले सेमूनो विद्यार्थियों तथा ‘हीरे की खोज’ प्रतिस्पर्धा के विजेताओं को पुरस्कृत किया। इंजीनियरिंग कॉलेज के मैनेजमेंट डॉ. गौरव बिस्सा ने इस मौके पर अपने विशेष वक्तव्य में सफल पेरेंटिंग के टिप्स बताते हुए कहा कि बच्चों पर अनावश्यक दबाव डालना अनुचित है। उन्होंने कहा कि सभी पेरेंट्स अपने अपने बच्चों की नैसर्गिक प्रतिभा को सपोर्ट करेंगे तो निश्चित ही उनके बच्चे सफलता के परचम फहराएंगे। डॉ बिस्सा ने कहा कि वर्तमान परिदृश्य में संस्कारों की शिक्षा की महती
दरकार है और पेरेंट्स के सहयोग के बिना शिक्षण संस्थान इस कार्य में अपेक्षित सफलता प्राप्त नहीं कर सकते। गृह विज्ञान महाविद्यालय की डीन डॉ. विमला डूकवाल, महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय के सहायक निदेशक डॉ. राकेश हर्ष, जिला उद्योग संघ के अध्यक्ष डी. पी. पचीसिया, अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी ( माध्यमिक शिक्षा) सुनील कुमार बोड़ा, पैपा के प्रदेश समन्वयक गिरिराज खैरीवाल, डूंगर महाविद्यालय की पोलिटिकल सांईस की व्याख्याता बबीता जैन, किशोर न्याय बोर्ड की सदस्य मजिस्ट्रेट किरण गौड़,
नेशनल करिअर काउंसलर डॉ. चंद्र शेखर श्रीमाली नेहरू शारदा पीठ कॉलेज के प्राचार्य डॉ प्रशांत बिस्सा, राजस्थानी के व्याख्याता डॉ. गौरीशंकर प्रजापत कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथियों के रूप में उपस्थित रहे। सभी अतिथियों ने अपने संक्षिप्त उद्बोधनों में सेमूनो इंस्टीट्यूट के अभिनव आयामों और गतिविधियों के साथ साथ उसके शैक्षणिक व सह शैक्षणिक उपलब्धियों की खुले मन से सराहना की। सेमूनो इंस्टिट्यूट की निदेशक डा. नीलम जैन ने वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए वर्ष पर्यंत गतिविधियों एवं नवाचारों की जानकारी दी तथा संस्थान के उद्देश्यों, लक्ष्यों व उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि उनके लिए हर विद्यार्थी एक हीरा है, जिन पर पूरा फोकस पुरुषार्थ किया जाता है। चंद्र कुमार नौलखा, बसंत नौलखा, संदीप नौलखा, रत्न नौलखा, राजेंद्र चौपड़ा, मनीष गंगल एवं वरिष्ठ पत्रकार प्रकाश पुगलिया तथा स्कूल स्टाफ ने समस्त आगंतुक अतिथियों व मेहमानों का स्वागत सत्कार ममेंटो, अणुव्रत डायरी व मोतियों की माला भेंट कर किया। इस अवसर पर स्कूल के बच्चों ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों की मनमोहनी प्रस्तुतियां देकर सभी को सम्मोहित किया और दाद हासिल की।
इस मौके पर गत दो वर्षों के विभिन्न आयामों व शैक्षणिक गतिविधियों में अव्वल रहे स्टूडेंट्स को पुरस्कृत भी किया गया। इस अवसर पर मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी राजकुमार शर्मा, जिला शिक्षा अधिकारी (माध्यमिक शिक्षा) सुरेन्द्र सिंह भाटी, जिला शिक्षा अधिकारी ( प्रारंभिक शिक्षा) अनिल अग्रवाल, जिला विज्ञान समन्वयक करणीदान कच्छावा, सुरेश ज्ञान विहार विश्वविद्यालय में मैनेजमेंट के प्राचार्य डॉ टी के जैन सहित शिक्षा विभाग के अनेक अधिकारी तथा महेंद्र कल्ला, सुरेश दफ्तरी इत्यादि भी मौजूद थे। कार्यक्रम का कुशल मंच संचालन ज्योति प्रकाश रंगा ने किया। ज्योति मैडम ने आभार व्यक्त किया।
