

नई दिल्ली।दिल्ली में रहने वाली महान स्वतंत्रता सेनानी आज़ाद हिंद फौज़ की रानी झांसी रेजीमेंट की इकलौती सेनानी का सोमवार को निधन हो गया।
स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी समिति के सदस्य ने बताया दिल्ली में रहने वाली श्रीमती कामत्ची अम्मल 98 वर्षीया (तामील नाडू में जन्मी),आज़ाद हिंद फौज़ की रानी झांसी रेजीमेंट में कैप्टन लक्ष्मी सहगल और जानकी थेवर के साथ 1943 में नेताजी सुभाष चंद्र बोस जी के नेतृत्व में देश को आज़ाद कराने के लिए स्वतंत्रता संग्राम में अपना अहम योगदान देने के लिए आज़ाद हिंद फौज़ में शामिल हो गई। वह बताती थी कि ब्रिटिश सरकार के हवाई जहाज आते दिखाई देते और सायरन बजते ही हमें बैंकरों में जाना पड़ता था और हमने वहां पर हथियार चलाने की ट्रेनिंग भी ली थी उनके परिवार में बेटा, पोते व धेवता,धेवतियों से भरा पूरा परिवार है।कामत्ची अम्मल 98 वर्षीया का अन्तिम संस्कार ग्रीन पार्क,कमल सिनेमा के सामने नई दिल्ली में पुरे राजकीय सम्मान के साथ किया गया। उनके अन्तिम संस्कार में जिला प्रशासन दिल्ली की तरफ से श्री विनय कुमार जिन्दल एस डी एम ने पुष्पगुच्छ चढ़ा कर श्रद्धांजलि दी तथा दिल्ली पुलिस की तरफ से श्री मनोज सी, डी सी पी साऊथ वेस्ट जिला दिल्ली पुलिस तथा दिल्ली पुलिस निरीक्षक श्री शेर सिंह व श्री समय सिंह ने भी श्रद्धांजलि अर्पित की।
स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी समिति गुरुग्राम की तरफ से श्री कपूर सिंह दलाल अध्यक्ष, सुबेदार बिजेंद्र सिंह ठाकरान महासचिव व लेखराज सिंह राघव ने पुष्प चक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। तथा मेज़र जनरल आर के गुप्ता, राज श्री चौधरी,अनिल कुमार, सचिन पाटिल,विजय पटेल, गणेश माधवन,शुभम व परिवार तथा आसपास के सैकड़ों लोगों ने भाग लिया।
