बीकानेर /इस बार अंतरराष्ट्रीय ऊंट उत्सव International Camel Festival पांच दिनों तक चलेगा। मुख्य समारोह 9 से 13 जनवरी तक विभिन्न स्थानों पर कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इस उत्सव में देश-विदेश के प्रसिद्ध टूर ऑपरेटर्स भी आएंगे। इससे पहले यह ऊंट उत्सव दो दिनों का होता था। इस बार ऊंट उत्सव के कार्यक्रमों को बढ़ाकर पांच दिनों का किया गया है। यह टूर ऑपरेटर्स देश के विभिन्न शहरों यानि दिल्ली, मुंबई इसके अलावा रूस, फ्रांस, जर्मनी आदि देशों से आएंगे।
जिला पर्यटन अधिकारी पुष्पेन्द्रसिंह ने बताया कि टूर ऑपरेटर्स के आवास की व्यवस्था होटल उद्योग उत्थान संस्थान की ओर से की जाएगी। गुरुवार को शहर के चौक-चौराहों पर कलाकारों के माध्यम से नुक्कड़ नाटक होगा। इसके बाद शहरवासियों को पील चावल देकर ऊंट उत्सव में शामिल होने के लिए न्योता दिया जाएगा।
मिस्टर बीकाणा व मिस मरवण के आवेदन आज से
विभाग के अधिकारी ने बताया कि ऊंट उत्सव में मिस्टर बीकाणा व मिस मरवण प्रतियोगिता के लिए गुरुवार से आवेदन शुरू हो जाएंगे। इसके लिए आवेदक पर्यटन विभाग के कार्यालय से आवेदन ले सकते है। आवेदन की अंतिम तिथि ९ जनवरी को रखी गई है।
यह रहेगा कार्यक्रम
9 जनवरी को शाम 7 से 9 बजे नगर विकास न्यास की ओर से सूरसागर के पास सांस्कृतिक संध्या होगी।
10 जनवरी को शाम 7 से 9.30 बजे डूंगरसिंह मूर्ति पर संगीत संध्या एवं फूड व क्राफ्ट बाजार, शाम 7.30 से 8.30 बजे तक जूनागढ़ में संगीतमय योगा कार्यक्रम होगा। 13 जनवरी को सुबह 10 बजे वन विभाग की ओर से जोड़बीड़ में बर्ड फेस्टिवल होगा। राष्ट्रीय ऊष्ट्र अनुसंधान केन्द्र की ओर से डॉ. करणीसिंह स्टेडियम में ऊंट उत्पादों का प्रदर्शन एवं विक्रय, राष्ट्रीय अश्व अनुसंधान केन्द्र की ओर से प्रदर्शन व स्थानीय कला एवं शिल्प की प्रदर्शनी होगी।
इन दो दिनों में होंगे विशेष कार्यक्रम
11 जनवरी को रायसर के धोरों पर सुबह 8 से 10 बजे तक पर्यटकों के लिए नि:शुल्क कैमल सफारी एवं कैमल सवारी होगी। सुबह 11.30 से 12.30 बजे तक जूनागढ़ से डॉ. करणीसिंह स्टेडियम तक शोभायात्रा, दोपहर 12.30 से 12.50तक ऊंट उत्सव का उद्घाटन, 12.50 से 1.10 बजे तक आर्मी की ओर से बैंड प्रदर्शन, दोपहर 1.10 से 2 बजे तक ऊंट श्रृंगार प्रतियोगिता, दोपहर 2 से 2.30 बजे ऊंट बाल कतराई प्रतियोगिता, 2.30 से 3.30 बजे ऊंट नृत्य प्रतियोगिता, 3.30 से 4 बजे मिस मरवण प्रतियोगिता, शाम 4 से 4.30 बजे मिस्टर बीकाणा प्रतियोगिता व शाम 6.30 से 8.30 बजे तक राजस्थान एवं भारत के विभिन्न अंचलों के लोक कलाकारों की ओर से सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी जाएगी।
12 जनवरी को सुबह 9 से 11 बजे रामपुरिया हवेली से लक्ष्मीनाथ मंदिर तक हैरिटेज वॉक, दोपहर 11 से 12.30 बजे तक राष्ट्रीय उष्ट्र अनुसंधान केन्द्र परिसर में ऊंट दौड़ प्रतियोगिता, दोपहर 12.30 से 1.30 बजे राष्ट्रीय अश्व अनुसंधान केन्द्र परिसर में अश्व दौड़ प्रतियोगिता एवं प्रदर्शन होगा। दोपहर 2 से 5 बजे तक ग्रामीण खेलकूद प्रतियोगिता होगी। इसमें भारतीय-विदेशी पुरूषों की रस्साकशी प्रतियोगिता, महिला रस्साकशी प्रतियोगिता, ग्रामीण कुश्ती प्रतियोगिता व भारतीय-विदेशी महिला मटका दौड़ प्रतियोगिता होगी। शाम 5 से 5.30 बजे ऊंट नृत्य प्रदर्शन, शाम 5.30 से 6.30 बजे विदेशी पर्यटकों के लिए साफा बांध प्रतियोगिता, शाम 6.30 से 8.30 बजे राजस्थान एवं विभिन्न अंचलों के कलाकारों की ओर से सांस्कृतिक प्रस्तुतियां होगी। रात 8.30 से 9 बजे तक अग्निनृत्य व रात 9 बजे आतिशबाजी होगी।