नई दिल्ली,(दिनेश”अधिकारी”)।आयकर विभाग के आई टी अधिकारियों ने एक चौंकाने वाले खुलासे में कहा कि बॉलीवुड अभिनेता सोनू सूद पर पूरे भारत में अप्रयुक्त धर्मार्थ निधि, फर्जी अनुबंध और परिपत्र लेनदेन के माध्यम से लगभग 250 करोड़ रुपये की कथित वित्तीय अनियमितताओं का आरोप पाया है। यह खुलासा तब हुआ जब आईटी अधिकारियों ने मुंबई, दिल्ली, लखनऊ, जयपुर, कानपुर और गुरुग्राम में लगभग 28 परिसरों पर दो दिनों तक छापेमारी की, जो किसी भी अभिनेता पर इस तरह की सबसे बड़ी खोजी कार्रवाई थी। आईटी विभाग ने अभिनेता सोनू सूद के मुंबई परिसर का ‘सर्वेक्षण’ किया। आईटी ने दावा किया है कि लगभग 20 करोड़ रुपये के दान या क्राउड-फंडिंग के माध्यम से प्राप्त अप्रयुक्त वित्त, 65 करोड़ रुपये के फर्जी अनुबंध, और जयपुर स्थित एक बुनियादी ढांचा कंपनी के साथ 175 करोड़ रुपये के संदिग्ध परिपत्र लेनदेन। कर चोरी की ओर इशारा करते हुए नकदी, आपत्तिजनक दस्तावेजों और अन्य सबूतों को जब्त करने के बाद, आईटी जांच जारी है। उल्लेखनीय हैं कि बॉलीवुड एक्टर सोनू सूद के दफ्तर पर आयकर विभाग का छापा पड़ा है। रिपोर्ट्स के अनुसारअकाउंट बुक में गड़बड़ी के आरोपों के बाद आईटीकी टीमों ने सोनू सूद और उनकी कंपनियों से जुड़ी 6 जगहों पर सर्वे किया है।
कुछ दिन पहले ही दिल्ली सरकार ने सोनू सूद को स्कूली छात्रों से जुड़े कार्यक्रम का ब्रांड एम्बेसडर बनाया है। इस दौरान उनके आम आदमी पार्टी में शामिल होने की अटकलें भी चली थीं, लेकिन सोनू ने खुद कहा था कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के साथ उनकी सियासत पर कोई बात नहीं हुई।
सोनू सूद ने कोरोना काल में लगाए गए लॉकडाउन के दौरान सबसे पहले प्रवासियों को उनके घर पहुंचाने का बीड़ा उठाया था। इसके बाद वे लगातार देशभर के लोगों की मदद करते रहे। कई राज्य सरकारों ने सोनू के साथ काम करने के लिए हाथ मिलाया है, जिनमें पंजाब और दिल्ली सरकार शामिल है। इसके अलावा सोनू ने गुडवर्कर जॉब ऐप, स्कॉलरशिप प्रोग्राम भी चलाए हैं। वे देश में 16 शहरों में ऑक्सीजन प्लांट भी लगवा रहे हैं। कोरोना के दौरान किए गए सोनू के मानवीय कामों के लिए फैंस उन्हें मसीहा कहने लगे हैं।
48 साल के सोनू हिन्दी, तेलुगु, कन्नड़ और तमिल फिल्मों में काम कर रहे हैं। जल्द ही वो एक पीरियड ड्रामा पृथ्वीराज में दिखाई देंगे। इसके अलावा वे तेलुगु एक्शन-ड्रामा आचार्य में भी काम कर रहे हैं। सितंबर 2020 में सूद को कोरोना महामारी के दौरान उनके मानवीय कार्यों के लिए संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (यूएनडीपी) ने 2020 स्पेशल ह्यूमैनिटेरियन एक्शन अवॉर्ड दिया था। फिलहाल वे देश के हर खास-ओ-आम की मदद के लिए सूद चैरिटी फाउंडेशन चला रहे हैं।