जयपुर।माननीय सुप्रीम कोर्ट के आदेश के उपरांत भी फीस एक्ट 2016 को पालना राज्य सरकार एवं शिक्षा विभाग द्वारा ना कराए जाने एवं निजी स्कूलों की मनमानी फीस वसूली एवं अभिभावकों पर दबाव के विरोध में शिक्षा संकुल जयपुर पर संयुक्त अभिभावक संघ के बैनर तले हुए प्रदर्शन के पश्चात शांतिभंग करने एवं राजकीय कार्य में बाधा पहुंचाने के आरोपों तहत भारतीय दंड संहिता की धारा 151, 332 एवं 353 के तहत जिन 7 नामज़द अभिभावकों को पुलिस ने गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय के समक्ष पेश किया था उनमें से चार ने जमानत देने से इनकार कर दिया है।
–अभिभावक संगठनो ने जारी किया संयुक्त व्यक्तव्य
अभिभावक एकता संघ राजस्थान के संयोजक मनीष विजयवर्गीय, राजस्थान अभिभावक संघ के अध्यक्ष सुशील शर्मा एवं ऑल राजस्थान पेरेंट्स फॉर्म के अध्यक्ष सुनील यादव ने संयुक्त बयान जारी करते हुए कहा है कि “प्रदर्शन के दौरान शिक्षा अधिकारी रामचंद्र पिलानिया पर स्याही फेके जाना निश्चित रूप से दुर्भाग्यपूर्ण एवं दुःखद रही जिसका हम समर्थन नहीं करते परंतु अनेक निर्दोष अभिभावकों पर पुलिस की कार्यवाही अन्याय के विरुद्ध जनांदोलन को कुचलने निंदनीय एवं असफल प्रयास है, यह राज्य सरकार, शिक्षा विभाग एवं पुलिस प्रशासन की असंवेदनशीलता की पराकाष्ठा है, हम सरकार से मांग करते हैं कि जिन स्कूलों ने 2016 की पालना नहीं है उन पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई करते हुए पालना करवाई जाए जिससे लाखों अभिभावकों को राहत मिले।”
– आंदोलन को कुचलने के लिए की गई कार्रवाई
अभिभावक एकता संघ के संयोजक मनीष विजयवर्गीय ने पुलिस प्रशासन पर यह भी आरोप लगाया कि एक तरफ पुलिस जयश्री पेडीवाल जैसे स्कूलों पर अभिभावकों की एफ आई आर दर्ज नहीं करती और दूसरी तरफ अभिभावकों के आंदोलन को कुचलने के लिए दमनात्मक कार्यवाही करती है, जिस सरकार को जनता का रक्षक होना चाहिए वह भक्षक बन गई है।
– जमानत लेने से किया इनकार
संयुक्त अभिभावक संघ के लीगल सेल के अध्यक्ष अधिवक्ता अमित छंगाणी ने बताया कि सोची समझी साज़िश के तहत पुलिस ने जानबूझकर अवैध रूप से गिरफ्तार किए गए संयुक्त अभिभावक संघ के पदाधिकारियों एवम अभिवावकों को गिरफ़्तार किया है, तय समय में अदालत में पेश नहीं किया जिसके विरोध में अरविंद अग्रवाल, अभिषेक जैन ‘बिट्टु, युवराज हसीज एवं महेश किशनानी ने ज़मानत लेने से इनकार किया है। इस अवैध गिरफ़्तारी के लिए न्यायसम्वत् कार्यवाही करने के लिए सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता नीलांबर झा संघ की ओर से पैरवी करने जयपुर पहुँच चुके है ।