– सेवा और शिक्षा में अर्हम् सदैव अग्रणी : विमर्शानंदजी महाराज
–शिक्षण शुल्क में पचास प्रतिशत छूट मानवता की पहचान
बीकानेर। शिक्षा और सेवा दोनों मिल जाए तो सशक्तीकरण हो जाता है। शिक्षित व्यक्ति पीढिय़ों को सुधार सकता है और सेवा के कार्य जन्मजन्मान्तर को सुधार देता है। उक्त प्रवचन सोमवार को अर्हम् इंग्लिश एकेडमी सीनियर सैकेंडरी स्कूल में आयोजित कोरोना योद्धाओं के सम्मान समारोह अवसर पर स्वामी श्री विमर्शानन्दजी महाराज ने व्यक्त किए। महाराजश्री ने कहा कि कोरोनाकाल में बीकानेर के भामाशाहों, चिकित्सावर्ग, प्रशासन व पत्रकारों ने सेवा के जो कार्य किए हैं वह अनुकरणीय हैं। अर्हम् इंग्लिश एकेडमी के सचिव सुरेन्द्र डागा ने बताया कि अर्हम एज्युकेशन सोसायटी द्वारा आयोजित इस सम्मान समारोह में मुकुल एंड पार्टी ने गणेश वंदना की तथा प्रिया पारख ने कोरोना योद्धाओं पर कविता वाचन की।
15 फरवरी को प्रात: 11 बजे विद्यालय प्रांगण में स्वामी संवित् सोमगिरिजी महाराज के सुशिष्य श्री विमर्शानन्दजी महाराज के कर कमलों से सभी कोरोना योद्धाओं को सम्मानित किया गया । शाला निदेशक रमा डागा ने बताया कि समारोह में मेयर सुशीला कंवर राजपुरोहित, गंगाशहर थानाधिकारी रानीदान चारण, जेल अधीक्षक परमजीत सिंह, अतिरिक्त जिलाशिक्षा अधिकारी सुनील बोड़ा, समाजसेवा के क्षेत्र में समाजसेवी महावीर रांका, समाजसेवी दिलीप बांठिया, उद्योग संघ जिलाध्यक्ष द्वारकाप्रसाद पचीसिया व पार्षद बजरंग सोखल तथा चिकित्सा क्षेत्र में हृदयरोग विशेषज्ञ डॉ. पिंटू नाहटा, चिकित्सा अधिकारी डॉ. मुकेश वाल्मिकी, डॉ. रतनलाल रांका, डॉ. संध्या शर्मा को सम्मानित किया गया। पत्रकारिता क्षेत्र से सुरेश बोड़ा, जयनारायण बिस्सा, केके सिंह, मनीष पारीक व पवन भोजक का सम्मान किया गया। कोरोना काल में सुरक्षा प्रहरी भी जनसेवा में अग्रणी रहे इनमें पवन पंडित, जगदीश, अजय का सम्मान किया गया। मंच संचालन विनय हर्ष ने किया।
समारोह में अतिथियों को ड्रील के साथ स्वागत करते हुए प्रांगण तक ले जाने में भरत सोनी, गविश यादव, विशाल डागा, रौनक भंसाली, विक्रम सिंह, पीयूष बडेर ने भूमिका निभाई। अतिथियों का तिलक लगाकर मुस्कान सोनी, ऐश्वर्या सोनी, मनस्वी भाटी, उर्मिला टालनिया ने अभिनन्दन किया।
— अर्हम् की सहृदयता को सराहा
अतिरिक्त जिलाशिक्षा अधिकारी सुनील बोड़ा ने अर्हम् इंग्लिश एकेडमी द्वासरा कोरोना काल में स्कूल द्वारा विद्यार्थियों की फीस में 50 प्रतिशत छूट प्रदान करने की सराहना की है। कोरोना काल में स्थितियों के मद्देनजर विद्यार्थियों की फीस में पचास प्रतिशत छूट प्रदान करने वाकई में सेवा की मिसाल है।