नाबालिग छात्राओं से गैंगरेप के मामले में प्रशासन व शिक्षा विभाग ने रिपोर्ट सौंपी

अलवर ।अलवर के मांढ़ण क्षेत्र के रायसराना स्कूल की 4 नाबालिग छात्राओं के परिजनों की ओर से दर्ज कराए गए गैंगरेप और यौन शोषण के मामले में प्रशासन ने अपनी रिपोर्ट दे दी है। वहीं, शिक्षा विभाग के ज्वाइंट डायरेक्टर की रिपोर्ट उच्च स्तर पर पहुंच चुकी है। प्रारंभिक तौर स्कूल के प्रिसिंपल होने के नाते बतौर जिम्मेदार उन पर कार्रवाई हो सकती है। इसके बाद एसआईटी की रिपोर्ट आने पर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होगी। वहीं, शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला कह चुके हैं कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। निर्दोष के खिलाफ कुछ नहीं होगा। एडीएम वंदना खोरवाल ने कहा कि हमने रिपोर्ट देर रात को सौंप दी है। अब पुलिस की रिपोर्ट ही फाइनल होगी। एसआईटी की जांच के बाद ही यह तय होगा कि स्कूल टीचर व प्रिंसिपल पर लगाए गए आरोप सही हैं या झूठे। हालांकि एसपी राममूर्ति जोशी को ग्रामीणों ने झूठे आरोप होना बताया। लेकिन ये संगीन आरोप हैं। जिससे टीचर, शिक्षक व गांव के बड़ी बदनामी हुई है। इस मामले की तह तक जांच कराने की मांग की। इसके बाद तीन-चार टीम जांच करने पहुंचे। फाइनल में प्रशासन व शिाक्षा विभाग की जांच को साझा किया गया। जिसकी रिपोर्ट विभाग के स्तर पर भेज दी है।

– पहला एक्शन आज संभव

माना जा रहा है कि स्कूल के प्रिंसिपल को इस तरह के घटनाक्रम के तौर पर प्रारंभिक दोषी मानते हुए कार्रवाई की जा सकती है। भले ही आरोप झूठे हों। इसके बाद एसआईटी की जांच रिपोर्ट सामने आएगी। तब रिपोर्ट के अनुसाार सख्त कार्रवाई हो सकती है। एसआईटी अलग से जांच कर रही है। उसकी रिपोर्ट भी दो दिन में सामने आ सकती है। इस तरह आगामी दो दिन में स्कूल के दोषी शिक्षकों पर गाज गिर सकती है। निर्दोष हुए तो कार्रवाई नहीं होगी। लेकिन इस तरह के घटनाक्रम पर प्रिंसिपल पर गाज गिर सकती है।

– एसपी खुद मॉनिटरिंग कर रहे

इस मामले में भिवाड़ी एसपी राममूर्ति जोशी खुद मॉनिटरिंग कर रहे हैं। उन्होंने भी स्कूल की छात्रा, परिजन व स्कूल टीचर से बातचीत की है। ग्रामीणों ने भी एसपी से मिलकर अपना पक्ष रखा है। ग्रामीण इस बात से अधिक नाराज हैं कि स्कूल के साथ गांव की बदनामी हुई है। मामले की पूरी तरह निष्पक्ष जांच हो और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाऐगी