

एक बार फिर प्रजातंत्र के चौथा स्तंभ पर कुठाराघात के खिलाफ पत्रकार सुरक्षा कानून और देश मे मीडिया आयोग के गठन की मांग उठी
मध्य प्रदेश जनपद के विधायक केदारनाथ शुक्ला के कारनामों को उजागर करने वाले न्यूज़ नेशन चैनल के पत्रकार एवं 2 लाख से अधिक सब्सक्राइबर पाने वाले यूट्यूब के पत्रकार कनिष्क तिवारी एवं छायाकार को धरना दे रहे रंग कर्मियों के साथ गिरफ्तार कर वस्त्र उतारकर नंगा परेड थानेदार द्वारा कराया गया .
सूत्रों से मिली खबर के अनुसार लगातार विधायक के कारनामों को उजागर करने और पुलिस द्वारा नशा के अड्डों को संरक्षण देने के खिलाफ न्यूज़ प्रकाशन के परिणाम स्वरूप या घटना घटी .
पीड़ित पत्रकार के अनुसार रंगकर्मी अपने मांग को लेकर धरना दे रहे थे उस न्यूज़ को कवर करने के लिए जब पत्रकार कनिष्ठ तिवारी और सहकर्मी छायाकार वहां पहुंचे तो मौके पर उपस्थित पुलिस ने रंग कर्मियों के साथ पत्रकार और छायाकार को भी गिरफ्तार कर लिया और थाने में नंगा कर परेड कराया गया और यह भी धमकी दी गई कि अगर विधायक का पुलिस के खिलाफ लिखने का काम करोगे तो पूरे शहर में इसी तरह से नंगा घुमा दिया जाएगा .
इंडियन फेडरेशन आफ वर्किंग जर्नलिस्ट के राष्ट्रीय सचिव एस एन श्याम और आई एफ डब्ल्यू जे से संबंध बिहार प्रेस मेंस यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष अनमोल कुमार ने इस घटना की तीव्र निंदा करते हुए देश में मीडिया आयोग के गठन और पत्रकार सुरक्षा कानून लागू करने की मांग की उन्होंने कहा की पत्रकार और रंग कर्मियों के साथ इस तरह की बदसलूकी मानवाधिकार के विरुद्ध है इससे प्रबुद्ध समाज शर्मिंदगी महसूस कर रही है केंद्र और राज्य सरकार इस दिशा में तुरंत कार्रवाई करें अन्यथा पत्रकार संगठन एकजुट होकर संघर्ष पर उतारू हो जाएंगे।

