हर इंसान के भीतर महानता होती है बस कभी-कभी इंसान उसे समझ पाता है और कभी कभी वह स्वयं की महानता नहीं समझ पाता। जब भी कभी आपको अपने माता-पिता अपने बच्चों के प्रति जिम्मेदारी कब बौध रहता है वह आप की महानता है, जब कभी आपको अपने मित्र रिश्तेदार में किसी की मदद करने का बोध आता है यह आप की महानता है, जब आप अपने घर की आवश्यकता के लिए अपने मन की इच्छा को त्याग कर करते हैं यह आपकी महानता है, आप घर परिवार और देश के लिए समर्पित होते हैं यह आप की महानता है। जब आप किसी को कुछ गिफ्ट देते हैं उसकी मदद करते हैं तो उसकी आंखों में आई चमक को एक बार अवश्य देखें आपको अपनी महानता का एहसास अपने आप हो जाएगा और आपके मन में यह हमेशा भाव होगा कि मैं सदैव सरल मन से सबका मन जीतता रहूं सब की सेवा करता रहूं । आपके मन में बड़ों के प्रति आदर मान सम्मान आपसी रिश्तो के प्रति वफादारी अपने कर्मों में आदर्शता विचारों में ईमानदारी और रहन-सहन में सादगी यह सब आपकी महानता के गुण होते हैं। अपने आप को महान बनाए रखिए आप को महान देखकर दूसरे भी प्रेरणा लेंगे।
अशोक मेहता, इंदौर (लेखक, पत्रकार, पर्यावरणविद्)