पुष्कराज -अनिल सर ।सरकार की ओर से लोक डाउन 5 में दी गई कुछ रियायतों के बाद करीब 75 दिनों से सुने पड़े पवित्र पुष्कर सरोवर के घाटों पर आज आषाढ़ की पूर्णिमा के दिन हल्की चहल-पहल दिखाई दी। पूर्णिमा के दिन सरोवर में आस्था की डुबकी लगाने के लिए कुछ श्रदालु अपने साधनों से पुष्कर पहुंचे। पूर्णिमा के दिन पुष्कर सरोवर में स्नान पूजा ओर दिवंगत पूर्वजो के पिण्डान करने का खास महत्व हिंदू शास्त्रों में उल्लेख इसी मान्यता के चलते देश और विदेश से बड़ी संख्या में श्रद्धालु पुष्कर आते हैं लेकिन कोरोना महामारी के लोक डाउन के कारण पुष्कर के आसपास के इलाके के महज कुछ ही श्रदालु आज पूर्णिमा के अवसर पर स्नान ओर पूजा अर्चना करते नजर आए।

मुख्य गऊघाट पर ही श्रदालु देखने को मिले आज श्रदालुओ की भीड़ की संभावना को देखते हुए अलसुबह से ही सरोवर के मुख्य घाटो पर पुलिस तैनात हो गई वैसे ज्यादातर लोग अस्थि विसर्जन वाले ही आ रहे है आज जरूर पूर्णिमा के पावन अवसर पर आस पास के क्षेत्रों के लोग पवित्र सरोवर में आस्था की डुबकी लगाई और पूजा अर्चना की।तीर्थ पुरोहित सुरेंद्र राजगुरु ने बताया कि लोक डाउन के चलते पुष्कर में श्रदालुओ की आवक अभी शुरू नही हुई आज भी पूर्णिमा के अवसर पर आस पास के क्षेत्रों के गिने चुने लोग आए जिनको पुरोहितों ने लोक डाउन की पालना करते हुए सोशल डिस्टेंस से पूजा अर्चना करवाई।वही पुरोहित पूनम चन्द ने बताया कि आज के दिन हजारो की संख्या में श्रदालु पवित्र सरोबर में आस्था की डुबकी लगाने आते है लेकिन इस बार लोक डाउन के चलते गत ढाई महीनों से सरोवर सुनसान नजर आ रहे है आज भी पूर्णिमा के दिन नही के बराबर श्रदालु पुष्कर आये।