बीकानेर।16दिसम्बर, यूनाइटेड नेशन डेवलपमेंट प्रोग्राम के सहयोग से लागू इ-विन तकनीक से टीकाकरण वैक्सीन का रियल टाइम प्रबन्धन सम्भव हो सका है। किसी दूर-दराज की पीएचसी पर टीकों के कोल्ड स्टोर का तापमान निर्धारित से कम-ज्यादा होते ही राज्य स्तर तक अलर्ट जारी हो जाता है ताकि टीके खराब ना हो।

जिले के कोल्ड चैन हैण्डलर्स का इलैक्ट्रोनिक वैक्सीन इन्टेलीजेन्स नेटवर्क (इ-विन) के बारे में आमुखीकरण कर इसके उपयोग के बारे में क्षमतावर्द्धन किया गया। संयुक्त निदेशक डाॅ. देवेन्द्र चैधरी ने उपस्थित प्रतिभागियों को वैक्सीन के कार्य को गम्भीरतापूर्वक करने की आवश्यकता बताई।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. बी.एल.मीणा ने बताया कि टीकाकरण कार्यक्रम में शामिल न्यूमोकोकल पीसीवी वैक्सीन बहुत महंगी है। किन्तु राजकीय चिकित्सा संस्थानों में आम जन हेतु टीकाकरण निःशुल्क है। उन्होंने संधारण एवं उपयोग सावधानी बरतने के निर्देश दिए। आरसीएचओ डाॅ. रमेश कुमार गुप्ता ने जानकारी दी कि न्यूमोकोकल वैक्सीन (पीसीवी) के टीकाकरण कार्यक्रम में शामिल होने के साथ ही कुल 10 प्रकार के टीके/वैक्सीन लगाए जा रहे हैं जिनसे संक्रमित व जानलेवा बीमारियों से प्रतिरक्षित किया जा रहा है।

यूएनडीपी के प्रोजेक्ट आॅफिसर योगेश शर्मा ने बताया कि राज्य स्तर से प्रत्येक कोल्ड चैन संस्थानों में वैक्सीन की माँग व उपलब्धता की तत्काल जानकारी मिल सकेगी। साथ ही वैक्सीन संधारण करने वाले कर्मचारियों को सुगमता हो सकेगी। टीकाकरण कार्यक्रम के अन्तर्गत शामिल टीकों की वैक्सीन के बचत पूर्वक उपयोग भी सुनिश्चित हो सकेगा। साथ ही संस्थानों में कार्यशील कोल्ड चैन उपकरणों की स्थिति यथा-विद्युत आपूर्ति व टैम्परेचर तक जिले एवं राज्य स्तर पर रियल टाइम आधार पर देखी जा सकती है। जिससे विपरीत स्थितियों में वैक्सीन को खराब होने से बचाया जा सके व वैकल्पिक व्यवस्था सुनिश्चित की जा सके।

इस अवसर पर उपनिदेशक डाॅ. संदीप अग्रवाल, डीपीएम सुशील कुमार, यूएनडीपी टैक्निकल आॅफिसर अंशुल ओझा, कार्यक्रम अधिकारी अक्षत त्रिपाठी, रेफ्रिजरेशन विशेषज्ञ नन्दकिशोर व्यास व विपुल गोस्वामी आदि उपस्थित रहे।